सुनील पासवान व जिप सदस्य ने कहा कि समारोह के लिए जमीन देने वालों को सरकारी स्तर पर सम्मानित किया जाना चाहिए. लेकिन, यहां के सम्मानित लोगों व पूर्व के जनप्रतिनिधि को आमंत्रण तक नहीं दिया जाता है. डॉ कुलदीप राम ने कहा सरकार के उदासीन रवैये के कारण 9 एकड़ 30 डिसमिल जमीन अधिग्रहण का मामला अटका हुआ है.
महोत्सव की समाप्ति के बाद जमीन की बात प्रशासनिक पदाधिकारी भूल जाते हैं. महोत्सव के महीनों पहले सूचित करना चाहिए. जमीन के लिए भू-स्वामियों से बात करने के लिये 16 सदस्यीय टीम का गठन किया गया . इसमें उपेंद्र मंडल, अनिल सिंह, निवास मंडल, डॉ कुलदीप राम, अजरुन भगत, धर्मेद्र कुमार, राजदेव यादव, शेखर झा आदि को चुना गया. ये लोग भूमि संबंधित समस्या को दूर करेंगे. एसडीओ ने बताया कि तीन दिवसीय समारोह के पहले दिन उद्घाटन सत्र दूसरे दिन स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं तीसरे दिन राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी जायेगी. बैठक में एडीएसओ राम प्रकाश चौधरी, बीडीओ सत्यनारायण पंडित, विकमशिला पुरातत्व विभाग म्युजियम के अनुराग कुमार, पुलिस निरीक्षक मो महफूज आलम, अंतीचक थानाध्यक्ष मनोज कुमार, कई पार्टियों के नेता, जनप्रतिनिधि व बुद्धिजीवि मौजूद थे.