विधायक जी! अब जनता पिलायेगी पानी

पेयजल संकट से त्रस्त सबौर के लोगों ने कहा- दो वर्षों से अनुशंसा की आस में नहीं गड़ सका चापाकल प्रतिनिधि,सबौर पेयजल संकट से जूझ रहे सबौर प्रखंड के लोग स्थानीय प्रशासन व जनप्रतिनिधियों काफी दुखी है. विधायक के अनुशंसा पर 14 पंचायतों में पीएचइडी विभाग की ओर से 10-10 चापाकल गाड़ा जाना है, लेकिन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 24, 2015 8:04 PM

पेयजल संकट से त्रस्त सबौर के लोगों ने कहा- दो वर्षों से अनुशंसा की आस में नहीं गड़ सका चापाकल प्रतिनिधि,सबौर पेयजल संकट से जूझ रहे सबौर प्रखंड के लोग स्थानीय प्रशासन व जनप्रतिनिधियों काफी दुखी है. विधायक के अनुशंसा पर 14 पंचायतों में पीएचइडी विभाग की ओर से 10-10 चापाकल गाड़ा जाना है, लेकिन उनकी उपेक्षापूर्ण रवैया से दो वर्षों से विभाग में चापाकल का सामान जंक खा रहा है. एक माह पहले विधायक अजय मंडल ने कहा था कि एक सप्ताह में सभी जगहों पर चापाकल गाड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी, लेकिन कुछ नहीं हुआ. पीएचइडी विभाग के इंजीनियर विरेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि अभी तक विधायक ने चापाकल गाड़ने की अनुशंसा नहीं की है. ममलखा, रंजदीपुर, बाबुपुर, संतनगर, घोषपुर, फरका, इंगलिश, शंकरपुर, चंदेरी, राजपुर, अमडार, सुलतानपुर भिट्टी आदि दर्जनों गांवों के लोगों का कहना है कि गरमी बढ़ते ही पेयजल संकट गहराने लगा है.जल स्तर गिरने से सैकड़ों घरों का चापाकल के कंठ सूख गये हैं. अधिकतर सरकारी चापाकल व बोरिंग खराब है, उसे ठीक नहीं कराया जा रहा है. फतेहपुर गांव के सरफुद्दीन, रजंदीपुर के विलास मंडल, ममलखा के प्रपुन यादव, इंगलिश के मनोज आदि का कहना है कि जनता को पानी के लिए तरसाने वाले विधायक को इस बार चुनाव में जनता पानी पिलायेगी. शीघ्र पेयजल समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो ग्रामीणों का धैर्य टूट सकता है. वे आंदोलन करने पर विवश हो जायेंगे.

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