इस बार का भूकंप अधिक खतरनाक

फोटो नंबर : मनोज जी व स्कैन-बुजुर्गों ने बताया भूकंप का अनुभव 1988 व 89 में भूकंप आया था, फिर 2011 में भी आया. 1989 में सुबह-सुबह भूकंप आया था, जिसमें अधिकतर लोग सोये थे, उस समय इससे भी अधिक दहशत फैली थी. लोगों को कम मालूम चला और अधिक हल्ला हुआ. इस बार के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 25, 2015 11:04 PM

फोटो नंबर : मनोज जी व स्कैन-बुजुर्गों ने बताया भूकंप का अनुभव 1988 व 89 में भूकंप आया था, फिर 2011 में भी आया. 1989 में सुबह-सुबह भूकंप आया था, जिसमें अधिकतर लोग सोये थे, उस समय इससे भी अधिक दहशत फैली थी. लोगों को कम मालूम चला और अधिक हल्ला हुआ. इस बार के भूकंप को सभी ने महसूस किया. तब दहशत में आये. पिछले सभी भूकंप से अधिक तेज भूकंप था और अधिक समय तक रहा. लगातार दो से तीन चक्र में भूकंप हुआ. अमरेंद्र कुमार सिंह, सहायक, स्नातकोत्तर अर्थशास्त्र विभाग एक बार 1989 में भूकंप आया था. इससे पहले कब आया याद नहीं है. सुबह-सुबह टहलने की आदत होने पर थोड़ा अंधेरा होने पर ही खेत पर चला गया था. गांव में बहुत हल्ला हो रहा था. खेत पर भूकंप का कम एहसास हुआ, जबकि गांव में लोगों का कहना था घर हिल रहा था. इस बार तो दोपहर में भूकंप आया, सभी लोगों को भूकंप महसूस हुआ. इस बार का भूकंप अधिक भयानक रहा.विवेकानंद चौधरी, सेवानिवृत्त शिक्षक

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