व्यवहार न्यायालय में नहीं लग पायी फ्रैंकिग मशीन
अधिवक्ताओं को हो रही परेशानी, राजस्व भी हो रहा नुकसान प्रतिनिधि, कहलगांवकहलगांव व्यवहार न्यायालय के उद्घाटन के 36 दिन बाद भी कोर्ट फीस के भुगतान के लिए फ्रैंकिंग मशीन अब तक नहीं लग पायी है. इस कारण वकीलों व मुवक्किलों को परेशानी हो रही है. साथ ही सरकार को राजस्व का घाटा भी हो रहा […]
अधिवक्ताओं को हो रही परेशानी, राजस्व भी हो रहा नुकसान प्रतिनिधि, कहलगांवकहलगांव व्यवहार न्यायालय के उद्घाटन के 36 दिन बाद भी कोर्ट फीस के भुगतान के लिए फ्रैंकिंग मशीन अब तक नहीं लग पायी है. इस कारण वकीलों व मुवक्किलों को परेशानी हो रही है. साथ ही सरकार को राजस्व का घाटा भी हो रहा है. फिलहाल भागलपुर से फ्रैंकिंग टिकट मंगवाना पड़ रहा है, जो काफी महंगा है. वकीलों ने बताया कि 100 रुपये के बदले 120 रुपये तथा पांच रुपये का टिकट 20 रुपये में मिलता है. अब वह भी भागलपुर से नहीं दिया जाता है. अधिवक्ताओं का कहना है कि उन्हें बिना कोर्ट फीस के ही कोर्ट में प्रैक्टिस करना पड़ रहा है. मजबूरी में यह लिखकर देना पड़ता है कि कोर्ट फीस की उपलब्धता नहीं है. इससे सरकार को राजस्व की हानि हो रही है. मशीन उपलब्ध स्थान का आवंटन नहींव्यवहार न्यायालय के उद्घाटन के पूर्व ही यहां फ्रैंकिंग मशीन उपलब्ध करा दी गयी थी. लेकिन, स्थान का आवंटन नहीं होने के कारण निबंधन कार्यालय में यह यूं ही पड़ी हुई है. कहते हैं सब रजिस्ट्रारकहलगांव के सब रजिस्ट्रार मदन कुमार चौरसिया ने कहा कि अनुमंडलाधिकारी को इसके लिए जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया था, लेकिन जगह उपलब्ध नहीं हो पायी. इस कारण मशीन अब तक नहीं लग पायी है. जिला निबंधक द्वारा प्रयास किया जा रहा है कि मशीन जल्द लग जाये.