प्री-पीएचडी के छात्रों ने किया हंगामा, तोड़फोड़ भी
भागलपुर: प्री-पीएचडी के छह विषयों की परीक्षा के उत्तरपुस्तिका का अनमने ढंग से मूल्यांकन करने के आरोप में परीक्षार्थियों ने बुधवार को हंगामा और तोड़फोड़ की. साइंस संकाय को छोड़ कला संकाय के कमोबेश सभी विभाग व वाणिज्य विभाग को बंद करा दिया. राजनीति विज्ञान विभाग के क्लास रूम में तोड़फोड़ की. इसके बाद तिलकामांझी […]
सभी परीक्षार्थी प्रशासनिक भवन पहुंच गये और कुलपति कार्यालय का मेन गेट बंद देख धरना पर बैठ गये. प्रोक्टर डॉ विलक्षण रविदास व कॉलेज निरीक्षक डॉ मणिंद्र कुमार सिंह ने छात्रों को समझाया और शांतिपूर्ण ढंग से वार्ता करने का करार कराते हुए छात्रों को कुलपति के पास ले गये. छात्रों ने कुलपति से कहा कि प्री-पीएचडी की परीक्षा में वाणिज्य, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, मनोविज्ञान, इतिहास व अंगरेजी में अधिकतर छात्र फेल कर दिये गये हैं. परीक्षा अच्छी गयी थी, बावजूद इसके अपेक्षित अंक नहीं मिले. कुलपति ने कहा कि वाणिज्य के शिक्षकों से मूल्यांकन के बाबत पूछा था, तो उनका कहना था कि दो छात्रों के अलावा कोई भी छात्र उत्तीर्ण होने लायक नहीं है. फिर भी कुछ कॉपियों की सैंपलिंग के आधार पर जांच करवा ली जायेगी. मूल्यांकन में कोई गड़बड़ी हुई होगी, तो सुधार कर दिया जायेगा. इस मौके पर बिहार प्रदेश दलित महादलित युवा संघ के अध्यक्ष अंशदेव निराला, रंजन रवि, आशीष झा, रामबालक,प्रवीण, राजेश, विकास, रितेश, चंदन, सन्नी आदि मौजूद थे. छात्रों की ओर से की गयी बंदी का विश्वविद्यालय राष्ट्रवादी छात्र कांग्रेस के अध्यक्ष रंजन कुमार रवि, जानू सुलतान, राजकिशोर, गुलशन, अमित वर्मा, अरुणा वंसल आदि ने समर्थन किया.