केसीसी देने में कोताही बरतते हैं बैंक

बीस सूत्री की बैठक में केसीसी को लेकर तल्ख हुए प्रभारी मंत्रीसमाप्त हुए वित्तीय वर्ष में केसीसी की महज 23 फीसदी रही उपलब्धिमुख्य संवाददाताभागलपुर. किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड ( केसीसी) देने में जिले में कार्यरत बैंक कोताही बरतते हैं. समाप्त हुए वित्तीय वर्ष 2014- 15 में 28173 लक्ष्य के विरुद्ध मात्र 6663 को केसीसी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 9, 2015 12:04 AM

बीस सूत्री की बैठक में केसीसी को लेकर तल्ख हुए प्रभारी मंत्रीसमाप्त हुए वित्तीय वर्ष में केसीसी की महज 23 फीसदी रही उपलब्धिमुख्य संवाददाताभागलपुर. किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड ( केसीसी) देने में जिले में कार्यरत बैंक कोताही बरतते हैं. समाप्त हुए वित्तीय वर्ष 2014- 15 में 28173 लक्ष्य के विरुद्ध मात्र 6663 को केसीसी दिया गया. आधा दर्जन से अधिक बैंकों की उपलब्धि तो शून्य रही. केसीसी देने में जिले के अग्रणी बैंक पर कोऑपरेटिव बैंक भारी पड़ा. इस बैंक ने सभी आवेदनों को निष्पदित किया. बीस सूत्री की शुक्रवार को हुई बैठक में केसीसी देने में बैंकों की आनाकानी का मुद्दा भी उठा. प्रभारी मंत्री इस पर नाराज हुए और साफ कहा कि जो बैंक किसानों को ऋण खासकर केसीसी नहीं देंगे उनके यहां कोई सरकारी पैसा नहीं रहेगा. समाप्त हुए वित्तीय वर्ष 2014 – 15 में जिले में कार्यरत 28 बैंकों को 28173 केसीसी उपलब्ध कराना था. इस लक्ष्य के विरुद्ध बैंकों के पास 15724 आवेदन आये. इनमें से 6663 आवेदन ही स्वीकृत किये गये. इसके जरिए 33.88 करोड़ की राशि उपलब्ध करायी गयी. निजी सेक्टर के बैंकों ने केसीसी में कोई दिलचस्पी नहीं दिखलायी. जिले के अग्रणी यूको बैंक ने 4352 आवेदन की जगह 1074 को एवं एसबीआइ ने 2023 आवेदन की जगह 977 आवेदन को ही स्वीकृत किया. कोऑपरेटिव बैंक ने सभी 1731 आवेदन को स्वीकृत कर दिया. ग्रामीण बैंक ने 2963 आवेदन में से 1210 आवेदन स्वीकृत किये.

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