राहुल की टीम को इसरो से मिला पेटेंट
कहलगांव. जापान में भारत का डंका बजाने वाले कहलगांव के बाल वैज्ञानिक राहुल की टीम ने इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाइजेशन (इसरो) में मेडिकल साइंस पर एक रिसर्च प्रस्तुत किया, जिससे अपहृत व्यक्ति को अपहरणकर्ता के चंगुल से बचाया जा सके. टीम ने एक ऐसा डिवाइस तैयार कर रहा है, जो आकार में काफी छोटा होगा […]
कहलगांव. जापान में भारत का डंका बजाने वाले कहलगांव के बाल वैज्ञानिक राहुल की टीम ने इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाइजेशन (इसरो) में मेडिकल साइंस पर एक रिसर्च प्रस्तुत किया, जिससे अपहृत व्यक्ति को अपहरणकर्ता के चंगुल से बचाया जा सके. टीम ने एक ऐसा डिवाइस तैयार कर रहा है, जो आकार में काफी छोटा होगा और उसे शरीर के किसी भाग में ट्रॉसप्लांट कर दिया जायेगा. यह डिवाइंस शरीर के ताप से रिचार्ज होता रहेगा. जिस इनसान के शरीर में इसे छुपाया जायेगा वह कहीं भी रहेगा, तो उसका पता चल जायेगा. यदि अपहरण किया जाता है, तो अपहरणकर्ता भी गिरफ्तार हो जायेगा. डिवाइस का एक नंबर भी होगा. डिवाइस को तैयार करने वाली टीम की लीडर तनुजा भारती तथा सदस्य नेहा कुमारी, अनिकेत कुमार तथा मुकेश कुमार हैं. टीम को इस प्रोजेक्ट का पेटेंट इसरों से मिल गया है.