झाड़फूक के चक्कर में सर्पदंश के शिकार बच्चे की मौत

प्रतिनिधि, किशनगंजसर्पदंश के शिकार बच्चे को ससमय चिकित्सा सुविधा उपलब्ध न करा कर झाड़ फूंक के चक्कर में पड़ना पीडि़ता परिवार को काफी महंगा पड़ा और सदर अस्पताल के बेड पर बच्चे ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया. हालांकि इस दरम्यान सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे बचाने का भरपूर प्रयास किया परंतु उनका सारा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 13, 2015 9:04 PM

प्रतिनिधि, किशनगंजसर्पदंश के शिकार बच्चे को ससमय चिकित्सा सुविधा उपलब्ध न करा कर झाड़ फूंक के चक्कर में पड़ना पीडि़ता परिवार को काफी महंगा पड़ा और सदर अस्पताल के बेड पर बच्चे ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया. हालांकि इस दरम्यान सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे बचाने का भरपूर प्रयास किया परंतु उनका सारा प्रयास भी विफल हो गया. बच्चे की मौत की खबर परिजनों को मिलते ही उनके बीच चीख पुकार मच गयी. प्राप्त जानकारी के अनुसार स्थानीय प्रखंड क्षेत्र के खिरदह वार्ड नंबर 20 निवासी अशफाक आलम का 10 वर्षीय पुत्र साजिद अहमद बुधवार प्रात: मवेशी के चारा के लिए पड़ोस के खेत में घास काटने गया था. जहां एक विषधर ने उसके पैर अंगूठे पर अपना दांत गड़ा दिया था. बच्चे द्वारा घटना की जानकारी परिजनों क ो दिये जाते ही उन लोगों ने साजिद के पैर को कस कर रस्सी से बांध दिया और उसे इलाज हेतु किशनगंज लाने लगे. परंतु इसी दरम्यान एक अन्य ग्रामीण के बहकावे में आकर वे साजिद को खगड़ा बिलायती बाड़ी निवासी ओझा तफेजुल के पास ले कर चले गये. जहां ओझा तफेजल ने साजिद के पैरों पर लगे सारे बंधन को खोल दिया तथा झाड़फूंक के नाम पर स्वांग रचने लगा. इस दरम्यान घंटों बीत जाने के बाद जब साजिद की तबीयत काफी बिगड़ गयी तो तफेजुल ने अपने हाथ खड़े कर लिये. आखिरकार परिजन जब तक साजिद को सदर अस्पताल लाते तब तक काफी देर हो चुकी थी.

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