चौराहे पर पानी नहीं, निगम भी फेल, हम भी सोचें
रोज का कारोबार करोड़ों का पर पीने को पानी नहींचिलचिलाती धूप में सूखे हलक के साथ खरीदारी की मजबूरीनिगम के प्याऊ हैं खराबबस स्टैंडों व प्रमुख चौकों पर नहीं है पानी की उचित व्यवस्थासंगठनों ने कहा : करेंगे व्यवस्थावरीय संवाददाता, भागलपुर गरमी बेतहाशा बढ़ती जा रही है. गुरुवार को पारा 42 के पार था. ऐसे […]
रोज का कारोबार करोड़ों का पर पीने को पानी नहींचिलचिलाती धूप में सूखे हलक के साथ खरीदारी की मजबूरीनिगम के प्याऊ हैं खराबबस स्टैंडों व प्रमुख चौकों पर नहीं है पानी की उचित व्यवस्थासंगठनों ने कहा : करेंगे व्यवस्थावरीय संवाददाता, भागलपुर गरमी बेतहाशा बढ़ती जा रही है. गुरुवार को पारा 42 के पार था. ऐसे में भागलपुर के बाजार में जानेवाले परेशान हैं. व्यवसाय के दृष्टिकोण से समृद्ध भागलपुर के बाजार में सुविधाओं की घोर कमी है. बता दें कि यहां प्रतिदिन का कारोबार कम से कम 17 करोड़ का है. इस कारण रोज हजारों लोग आसपास के जिलों से शहर में आते हैं. पर गरमी में पीने के पानी की कमी के कारण वो परेशान हैं. घंटाघर से कोतवाली और रेलवे स्टेशन के बीच के बाजार क्षेत्र में निगम का तीन और स्वयंसेवी संगठनों द्वारा लगाये गये दो प्याऊ हैं. इसके अलावा कुछ व्यवसायियों द्वारा अपने संस्थान के आगे पीने के पानी की व्यवस्था की गयी है. जानकारी के अनुसार निगम के तीन में से एक प्याऊ खराब है, जबकि दूसरे से अच्छे तरीके से पानी नहीं आता. ऐसी स्थिति में रोज हजारों की संख्या में आनेवाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लोगों का कहना था कि पानी मांगने पर दुकानदार झिड़क देंते हैं, कहते हैं कि पहले खरीदारी करो, फिर पानी मांगो. लोगों का कहना था कि वो दूर-दूर से आते हैं और यहां के बाजार में लाखों रुपये दे कर जाते हैं तो फिर क्यों न हो उनकी सुविधा का भी रखा जाये ध्यान. कुछ ऐसी ही स्थिति शहर के तीनों बस स्टैंड और तिलकामांझी चौक का. हालांकि यह अच्छी बात है कि कुछ संगठनों ने आगे बढ़ कर लोगों की सुविधा के लिए पहल करने की बात कही है.