न लॉज के गेट पर दरबान, न ही सड़क पर सुरक्षा

भागलपुर : एजुकेशन हब भागलपुर में लॉज में रह रही छात्राएं के लिए सुरक्षा की अपेक्षित व्यवस्था आज भी नहीं हो सकी है. केवल बरारी इलाके स्थित 110 लॉज हैं. इनमें अधिकतर लॉज में छात्राएं रहती हैं. ऐसे लॉज विरले ही मिलेंगे, जिसके गेट पर दरबान नियुक्त हों. सुरक्षाकर्मी की नियुक्ति तो बड़ी बात है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 25, 2015 9:40 AM
भागलपुर : एजुकेशन हब भागलपुर में लॉज में रह रही छात्राएं के लिए सुरक्षा की अपेक्षित व्यवस्था आज भी नहीं हो सकी है. केवल बरारी इलाके स्थित 110 लॉज हैं. इनमें अधिकतर लॉज में छात्राएं रहती हैं. ऐसे लॉज विरले ही मिलेंगे, जिसके गेट पर दरबान नियुक्त हों. सुरक्षाकर्मी की नियुक्ति तो बड़ी बात है.
निजी लॉज में रह रही छात्राओं ने बताया कि वे लॉज में अधिक संख्या में होती हैं. इससे हिम्मत बनी तो रहती है, लेकिन सुरक्षाकर्मी नहीं होने की वजह से उन्हें भय भी रहता है. छात्राओं का कहना था कि लॉज के बाहर समूह में लड़के खड़े रहते हैं. इस पर लॉज मालिक कदम नहीं उठाते हैं. लॉज से बाहर निकलने पर लड़के भद्दी टिप्पणी करते हैं.
सुरक्षा मुहैया कराने के लिए विभिन्न स्तरों से कई प्रयास किये गये. एसएम कॉलेज की पूर्व प्राचार्य डॉ उषा कुमारी ने जिलाधिकारी को आवेदन भेज कर एसएम कॉलेज रोड पर सीसी कैमरे लगाने का अनुरोध किया था. छात्र संगठनों ने भी इस बाबत जिला प्रशासन के कई पदाधिकारियों को ज्ञापन सौंपा. लेकिन एसएम कॉलेज में आयोजित अभिभावकों की बैठक में भी यह मुद्दे उठे कि अभिभावक यहां लॉज व होस्टल में रह रही लड़कियों की सुरक्षा के मद्देनजर सशंकित रहते हैं.
बरारी पुलिस ने किया था सव्रे
लड़कियों के साथ लगातार हो रही घटनाओं को देखते हुए बरारी पुलिस ने पूरे इलाके का हाल ही में सव्रे किया था. पाया गया कि सिर्फ बरारी इलाके में 14 हजार लड़कियां रह रही हैं.
लड़कियां कॉलेज, कोचिंग में पढ़ रही हैं या प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रही हैं. इसमें करीब 7500 लड़कियां प्राइवेट हॉस्टल, लॉज आदि में रह रही हैं, जबकि पांच हजार के आसपास सरकारी छात्रवास में. करीब 2500 लड़कियां बरारी इलाके के घरों में पेइंग गेस्ट के रूप में रह रही है. सव्रे में यह भी पता चला कि पूरे बरारी इलाके में करीब 110 लॉज हैं.

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