कहलगांव…………………जोड़

अवर न्यायाधीश राजीव कुमार ने कहा कि आपदा के समय लोगों को संयम से काम लेना चाहिए. आपदा से प्रभावित लोगों की सहायता करनी चाहिए. पारिवारिक घरेलू हिंसा की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ हिंसा रोकने के लिए कड़े कानून हैं. लेकिन, इसका सदुपयोग कम दुरुपयोग अधिक होता है. वास्तव में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 25, 2015 11:04 AM

अवर न्यायाधीश राजीव कुमार ने कहा कि आपदा के समय लोगों को संयम से काम लेना चाहिए. आपदा से प्रभावित लोगों की सहायता करनी चाहिए. पारिवारिक घरेलू हिंसा की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ हिंसा रोकने के लिए कड़े कानून हैं. लेकिन, इसका सदुपयोग कम दुरुपयोग अधिक होता है. वास्तव में जो घरेलू महिला हिंसा से पीडि़त होती हैं, वे लोक-लाज के भय से और परिवार की प्रतिष्ठा बचाने के लिए घर से बाहर नहीं निकलती हैं. उन्होंने कहा कि महिलाएं कानून का डर मुट्ठी में बांध कर रखे. अगर पानी सिर से ऊपर चला जाये, तो मुट्ठी खोलें. जीविका की पुष्पा देवी, संजू देवी, आभा झा, प्रमुख रानी देवी ने महिलाओं की समस्या पर चर्चा की.

Next Article

Exit mobile version