‘ए’ श्रेणी का स्टेशन, फिर भी यात्री प्यासे
– स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए पानी की नहीं है समुचित व्यवस्था- प्याऊ नंबर-9 में पानी नहीं होने से पानी के लिए भटकते हैं यात्री -चालू प्याऊ से भी दोपहर बाद पानी मिलना हो जाता है मुश्किल संवाददाता, भागलपुर भागलपुर स्टेशन मालदा डिवीजन का सबसे ज्यादा आय वाला स्टेशन है. इस स्टेशन को […]
– स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए पानी की नहीं है समुचित व्यवस्था- प्याऊ नंबर-9 में पानी नहीं होने से पानी के लिए भटकते हैं यात्री -चालू प्याऊ से भी दोपहर बाद पानी मिलना हो जाता है मुश्किल संवाददाता, भागलपुर भागलपुर स्टेशन मालदा डिवीजन का सबसे ज्यादा आय वाला स्टेशन है. इस स्टेशन को ‘ए’ वन श्रेणी के स्टेशन में रखा गया है. इसके बावजूद इस स्टेशन पर यात्रियों को पानी के लिए भटकना पड़ता है. सोमवार को भी भागलपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-एक पर यात्रियों की सुविधा के लिए बनाया गया प्याऊ नंबर-9 में पानी नहीं होने से यात्रियों को पानी के लिए इधर-उधर भटकते रहे. इस प्याऊ की चार टोटी (टोटी संख्या 53, 54, 55 व 56) बंद थी. रेल सूत्रों की मानें तो बोतल बंद पानी की बिक्री बढ़ाने के लिए यह कमी जानबूझ कर पैदा की जाती है. प्याऊ का पानी खत्म होने के बाद अभियंत्रण विभाग की ओर से समय पर पानी नहीं भरा जा रहा है. इस कारण प्याऊ से यात्रियों को पानी नहीं मिलता है. बता दें कि यात्रियों की सुविधा के लिए भागलपुर स्टेशन पर सौ से अधिक टोटी लगी है. इनमें से 50 फीसदी टोटी से पानी नहीं निकलता है. दोपहर बाद ज्यादा होती परेशानीभागलपुर रेलवे स्टेशन पर दोपहर बाद पानी की समस्या अधिक होती है. जिस प्याऊ में पानी रहता भी है, तो उसके टोटी से निकलने वाला पानी का फोर्स घट जाता है और शाम होते-होते पानी का निकला लगभग बंद हो जाते है. नतीजा, भागलपुर से गुजरने वाली ट्रेनें जब प्लेटफॉर्म पर आ कर रुकती है और इससे उतर कर पानी लेने वालों का बोतल भरता भी नहीं है और ट्रेन खुलने लगती है, जिससे यात्री पानी भी नहीं भर पाते हैं.