पर्यावरण दिवस पर सीएम के नहीं आने की खबर से मायूसी
गोपालपुर. विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के धरहरा नही आने की सूचना से ग्रामीणों में मायूसी छा गयी है. बेटी के जन्म पर 10 फलदार पौधे लगाने और ढोल बजा कर खुशी मनाने की परंपरा वाले इस गांव से मुख्यमंत्री को विशेष लगाव है. वर्ष 2010-2013 तक मुख्यमंत्री रहते श्री कुमार […]
गोपालपुर. विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के धरहरा नही आने की सूचना से ग्रामीणों में मायूसी छा गयी है. बेटी के जन्म पर 10 फलदार पौधे लगाने और ढोल बजा कर खुशी मनाने की परंपरा वाले इस गांव से मुख्यमंत्री को विशेष लगाव है. वर्ष 2010-2013 तक मुख्यमंत्री रहते श्री कुमार लगातार धरहरा आते रहे और यहां की बेटी को गोद में ले कर पौधरोपण करते रहे. इससे धरहरा की इस अनूठी परंपरा को वैश्विक पहचान भी मिली. वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री नहीं आ पाये. हालांकि तब जिला प्रशासन ने इस परंपरा को बरकरार रखते हुए यहां पौधरोपण किया. पिछले चार वर्षों से लगातार प्रशासनिक पदाधिकारियों के आने-जाने के कारण चर्चित आदर्श ग्राम धरहरा में इस वर्ष किसी तरह की चहल-कदमी नहीं है. इससे ग्रामीणों में निराशा है. मुख्यमंत्री के धरहरा लगातार आने से सड़क, बिजली सहित विकास के कई कार्य धरहरा में हुए. किलकारी, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय व बैंक की शाखा यहां खुले. लेकिन, मुख्यमंत्री की घोषणा के बावजूद अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व लाभ ग्रामीणों को अभी तक नहीं मिल पा रहा है.