नक्सलियों के डर से दो व्यवसायी परिवारों ने छोड़ा गांव
बेलहर:नक्सलियों के भय से दो व्यवसायी परिवारों ने गांव छोड़ दिया. सोमवार की रात दोनों व्यवसायियों से लेवी वसूलने के लिए करमटाड़ गांव में नक्सलियों ने धावा बोला था. डर से व्यवसायी वीरेंद्र मोदी बुधवार को घर का सारा सामान तीन ट्रकों पर लाद कर देवघर चले गये. दूसरे व्यवसायी राधा कृष्ण मोदी भी दुकान […]
बेलहर:नक्सलियों के भय से दो व्यवसायी परिवारों ने गांव छोड़ दिया. सोमवार की रात दोनों व्यवसायियों से लेवी वसूलने के लिए करमटाड़ गांव में नक्सलियों ने धावा बोला था. डर से व्यवसायी वीरेंद्र मोदी बुधवार को घर का सारा सामान तीन ट्रकों पर लाद कर देवघर चले गये. दूसरे व्यवसायी राधा कृष्ण मोदी भी दुकान बंद कर पूरे परिवार के साथ गांव छोड़ कर चले गये. नक्सलियों के भय से कई दिनों से गांव की दुकानें बंद हैं.
पुलिस की गश्ती के बावजूद ग्रामीण भयभीत हैं. पहले भी व्यवसायियों ने छोड़ा था गांव : नक्सलियों द्वारा लेवी मांगे जाने के कारण कमरटांड़ गांव के मुख्य व्यवसायी कालिका मोदी ने नौ माह पहले गांव छोड़ दिया था. वह अपना पूरा व्यवसाय बंद कर परिवार के साथ देवघर व झाझा में जाकर बस गये. आज उसी व्यवसायी के वीरान पड़े भवन में पुलिस का डेरा बना हुआ है. इस तरह गांव के चार-पांच परिवारों ने गांव छोड़ दिया है. नक्सलियों के आतंक से गांव के तमाम लोग दहशत में हैं. अब जमुई की तरह बेलहर भी नक्सलियों की गिरफ्त में पूरी तरह से आता हुआ दिख रहा है. कई गांववालों ने बताया कि अगर हम लोगों को पुलिस सुरक्षा मुहैया नहीं कराती है, तो हम लोग भी गांव छोड़ने को विवश हो जायेंगे.
80-90 घर का है करमटांड़ गांव : थाना क्षेत्र के चांदन प्रखंड अंतर्गत फुलहरा पंचायत में पड़नेवाला करमटांड़ गांव लगभग 80-90 परिवारों का है. यहां 15 घर मोदी, 15 से 18 घर घटवार, 12 से 14 घर यादव व 30 से 45 घर कुम्हार पंडित जाति के लोग रहते हैं. इसमें मोदी जाति के रवींद्र मोदी, श्याम सुंदर मोदी, भूषण मोदी, त्रिरपुरारि मोदी, वीरेंद्र मोदी, सुरेंद्र मोदी, रंजन मोदी, रघुवीर मोदी, जय कुमार मोदी गांव में व्यवसाय करते हैं. ग्रामीणों ने नक्सलियों को गांव से खदेड़ा था : मालूम हो कि थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित करमटाड़ गांव में सोमवार की रात व्यवसायियों से लेवी वसूलने पहुंचे हथियारबंद नक्सलियों को ग्रामीणों ने खदेड़ दिया था.