हड़ताल की भेंट चढ़ा नवजात, हुई मौत

स्वास्थ्य सेवा का हाल. संविदा कर्मियों की हड़ताल ने बांका जिले के अमरपुर के बच्चे की ले ली जान प्रधान सचिव के आदेश पर एक एएनएम समेत चार कर्मियों पर एफआइआर भागलपुर : स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मियों की हड़ताल के कारण एक पांच महीने के बच्चे की मौत हो गयी. बांका जिला के अमरपुर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 6, 2015 9:12 AM
स्वास्थ्य सेवा का हाल. संविदा कर्मियों की हड़ताल ने बांका जिले के अमरपुर के बच्चे की ले ली जान
प्रधान सचिव के आदेश पर एक एएनएम समेत चार कर्मियों पर एफआइआर
भागलपुर : स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मियों की हड़ताल के कारण एक पांच महीने के बच्चे की मौत हो गयी. बांका जिला के अमरपुर प्रखंड के बल्लीकिता गांव के नवल किशोर यादव के पांच माह के नवजात की तबीयत खराब होने पर उसे अमरपुर के डॉ सुरेश प्रसाद के यहां इलाज के लिए भरती कराया.
लेकिन शुक्रवार की सुबह दस बजे उसे जेएलएनएमसीएच रेफर कर दिया. अमरपुर रेफरल अस्पताल में हड़ताल की वजह से वह सीधे ऑटो रिक्शा से बच्चे को लेकर जेएलएनएमसीएच साढ़े ग्यारह बजे दिन में पहुंचा पर तब तक देर हो चुकी थी, और बच्चे की मौत हो गयी. इमरजेंसी में मौजूद चिकित्सक ने बच्चे की जांच करने के बाद बताया कि उसकी मौत हो चुकी है. बच्चे की मौत के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था.
सदर अस्पताल में हो रही बैठक रुकवायी : सदर अस्पताल के सभागार में कुष्ठ निवारण को लेकर बैठक हो रही थी, उसे भी बंद करा दिया गया. इसके बाद सिविल सजर्न ने स्थानीय पुलिस को खबर कर अस्पताल बुलाया, पर पुलिस मूकदर्शक बनी रही और आंदोलनकारी हंगामा करते रहे.
जिला प्रतिरक्षण कार्यालय के पास स्थित जमुई से वैक्सीन लेने आये वैन के टायर की हवा निकाल दी गयी. सभी वैक्सीन को बाहर निकाल कर फेंक दिया. यह सब पुलिस व दंडाधिकारी के सामने हुआ. हड़ताली कर्मी मुंगेर से आयी वैन को भी क्षतिग्रस्त करना चाह रहे थे पर उसके चालक ने होशियारी दिखाते हुए वैन का गेट लॉक कर दिया और भाग खड़ा हुआ.
इधर घटना के बाद जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने स्टेट टीकाकरण अधिकारी को फोन किया. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के आदेश पर डीएम ने सदर एसडीओ व एक पुलिस अधिकारी को सिविल सजर्न कार्यालय में जांच का आदेश दिया. सीएस डॉ शोभा सिन्हा ने बताया कि डीआइओ ने चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराया है. इसमें सबौर की एएनएम बिंदु कुमारी, सदर अस्पताल के डाटा ऑपरेटर देवाशीष पांडेय, 102 का एंबुलेंस चालक पवन कुमार एवं गोराडीह की आशा कार्यकर्ता विमला देवी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि हंगामा में शामिल और कर्मियों की पहचान की जा रही है.
डीआइओ डॉ मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि ढ़ाई बजे दिन में जमुई वैक्सीन भेज दिया गया. इस दौरान सौ वाइल घोलक फूट गया है.
स्वास्थ्यकर्मियों पर प्राथमिकी : सदर अस्पताल में तोड़-फोड़, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के मामले में सीएस ने दर्जन भर अनुबंध पर बहाल स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. आरोप है कि उक्त कर्मियों ने अपने आंदोलन के दौरान अस्पताल में हंगामा, तोड़-फोड़ आदि किया.
लौटे मरीज, सबौर : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सबौर में मरीजों को अस्पताल गेट से ही वापस लौटना पड़ा.हड़ताली कर्मियों ने मुख्य गेट को बंद कर दिया था. सर्दी, खांसी व बुखार का इलाज कराने आयी खानकित्ता की नीलम देवी ने बताया कि दो दिन से अस्पताल आ रहे हैं, लेकिन रोज-रोज बंदी कह कर लौटा दिया जाता है.

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