सूबे की प्रगति में कृषि का अहम योगदान

भागलपुर: बिहार की प्रगति में कृषि का महत्वपूर्ण योगदान है. हमारे किसान आधुनिक कृषि पद्धति से अधिक पैदावार कर अपनी प्रगति के साथ- साथ बिहार को भी प्रगति की राह पर ले जा रहे हैं. जिले के किसान कृषि में काफी विकास कर रहे हैं. ये बातें जिलाधिकारी प्रेम सिंह मीणा ने गुरुवार को कृषि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:35 PM

भागलपुर: बिहार की प्रगति में कृषि का महत्वपूर्ण योगदान है. हमारे किसान आधुनिक कृषि पद्धति से अधिक पैदावार कर अपनी प्रगति के साथ- साथ बिहार को भी प्रगति की राह पर ले जा रहे हैं. जिले के किसान कृषि में काफी विकास कर रहे हैं.

ये बातें जिलाधिकारी प्रेम सिंह मीणा ने गुरुवार को कृषि विभाग के प्रांगण में आत्मा द्वारा आयोजित श्री विधि अभियान कार्यशाला में उपस्थित प्रखंड कृषि पदाधिकारी, एसएमएस, कृषक सलाहकार व प्रगतिशील किसानों को संबोधित करते हुए कही. श्री मीणा ने कहा कि हम हमेशा अधिकारियों से एसएमएस के कार्यो का फीड बैक लेते रहते हैं. जिलाधिकारी ने कहा कि अगर आपको कोई परेशान करे तो उसका नाम व मोबाइल नंबर जरूर दें, उनकी जांच की जायेगी.

कार्यशाला में उपविकास आयुक्त राजीव प्रसाद सिंह रंजन ने कहा कि पिछले तीन साल से श्री विधि से धान की खेती की जा रही है और इससे पैदावार भी अधिक हो रही है. हर साल पैदावार में इजाफा हो रहा है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय औसत उत्पादन दर को हमलोग पार कर गये हैं.

इस कार्यशाला से किसानों को जरूर लाभ मिलेगा. श्री रंजन ने एसएमएस, कृषक सलाहकार, प्रखंड कृषि पदाधिकारी व प्रगतिशील किसानों से कृषि के बारे में कुछ जानकारियों के लिए सवाल किये जिसका सही जवाब मिला. उन्होंने कहा कि कृषि के बारे में आप लोगों को सब जानकारी है. नोडल पदाधिकारी सुरेश गुप्ता ने बताया कि श्री विधि से खेती से पैदावार में हर साल इजाफा हो रहा है. उन्होंने कहा कि इस बार खरीफ में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं होगी.

सभी कार्य प्रपत्र के आधार पर होगा. प्रपत्र पर नाम व पता होगा और प्रपत्र की जांच प्रखंड कृषि पदाधिकारी करेंगे और हस्ताक्षर भी करेंगे.उन्होंने बताया कि खरीफ के लिए दो करोड़ 68 लाख की राशि जिले के लिए आवंटित हुआ है जिसमें से दो करोड़ 40 लाख सिर्फ श्री विधि की खेती के लिए आवंटित हुआ है. इस मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी दिनेश प्रसाद सिंह ने कहा कि बिहार को आगे बढ़ाने में कृषि का बड़ा ही महत्व है. उत्पादन की दर जो 16 प्रतिशत थी वह बढ़ कर 23 प्रतिशत हो गयी है. इस बार श्री विधि के लिए आठ हजार एकड़ का लक्ष्य रखा गया है.

इस बार किसानों को तीन हजार रुपये का किट दिया जायेगा. कार्यशाला में आत्मा के परियोजना निदेशक आत्मा संजय कुमार, कनीय पौधा संरक्षण पदाधिकारी सतीश चंद्र झा,बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के मुख्य वैज्ञानिक डॉ एसके गुप्ता,किसान श्री वेदव्यास चौधरी, मृगेंद्र प्रसाद सिंह, पीपी नाथ सहित विभाग के पदाधिकारी उपस्थित थे. कार्यशाला का उदघाटन जिलाधिकारी,उपविकास आयुक्त, नोडल पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, परियोजना निदेशक आत्मा,मुख्य वैज्ञानिक ने संयुक्त रूप से किया. मंच का संचालन परियोजना उप निदेशक प्रभात कुमार सिंह ने किया.

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