ओपेन यूनिवर्सिटी भी करायेंगे शोध

भागलपुर: ओपेन यूनिवर्सिटी से उच्च शिक्षा लेने वाले युवाओं के लिए राहत भरी खबर है. अबतक स्नातकोत्तर(पीजी) करने के बाद उन्हें शोध के लिए अन्य संस्थानों की ओर रुख करना पड़ता था, लेकिन अब ओपेन यूनिवर्सिटी से ही वह शोध कर पायेंगे. नालंदा ओपेन यूनिवर्सिटी व इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से पढ़ाई करने वाले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 17, 2015 7:57 AM
भागलपुर: ओपेन यूनिवर्सिटी से उच्च शिक्षा लेने वाले युवाओं के लिए राहत भरी खबर है. अबतक स्नातकोत्तर(पीजी) करने के बाद उन्हें शोध के लिए अन्य संस्थानों की ओर रुख करना पड़ता था, लेकिन अब ओपेन यूनिवर्सिटी से ही वह शोध कर पायेंगे.

नालंदा ओपेन यूनिवर्सिटी व इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से पढ़ाई करने वाले भागलपुर व आसपास के अन्य कई जिले के हजारों युवा इससे लाभान्वित होंगे.यह संस्थान अब अपने यहां एमफिल व पीएचडी पाठ्यक्रम संचालित कर सकेंगे. बीते करीब चार वर्ष के बाद ऐसा संशोधन हो पाया है. मानव संसाधन मंत्रलय ने इस संबंध में यूजीसी को नोटिफिकेशन जारी करने का निर्देश दिया है.

इगAू की पहल पर अन्य संस्थानों को भी मिला मौका : इग्‍नू ने हाल ही में पीएचडी अध्यादेश में संशोधन किया है, जोकि यूजीसी एक्ट के दायरे में है. 2011 में यूजीसी की 479 वीं बैठक में यूजीसी एमफिल/पीएचडी रेगुलेशन एक्ट 2009 को लागू करने का विचार किया था. निर्णय लिया गया कि दूरस्थ शिक्षा के तहत एमफिल व पीएचडी प्रोग्राम में छात्रों का एडमिशन ले सकते हैं, लेकिन इसके लिए कड़ी शर्ते लागू थी. इस एक्ट को यूजीसी की साइट पर अपलोड किया जायेगा. इसके तहत शोधार्थी का मुख्य गाइड(शोध-निर्देशक) उसी विश्वविद्यालय का हो, जबकि संयुक्त गाइड के तौर पर अन्य शिक्षक दो या अधिक छात्रों को गाइड नहीं कर सकेंगे.

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