कॉलेजों में हर माह मिलें शिक्षक-अभिभावक

भागलपुर: नये सत्र से कॉलेजों में शिक्षक व अभिभावकों की मीटिंग अनिवार्य होगी. कॉलेज में छात्र-छात्रओं की उपस्थिति, उनके व्यवहार व उनकी प्रगति (इंप्रूवमेंट) के बारे में जानकारी दी जायेगी. इस संबंध में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय समेत देश भर के विवि के अंतर्गत कॉलेजों को निर्देश जारी किया है. टीएमबीयू […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 18, 2015 8:56 AM
भागलपुर: नये सत्र से कॉलेजों में शिक्षक व अभिभावकों की मीटिंग अनिवार्य होगी. कॉलेज में छात्र-छात्रओं की उपस्थिति, उनके व्यवहार व उनकी प्रगति (इंप्रूवमेंट) के बारे में जानकारी दी जायेगी. इस संबंध में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय समेत देश भर के विवि के अंतर्गत कॉलेजों को निर्देश जारी किया है. टीएमबीयू की बात करें तो अक्सर परीक्षा फॉर्म भरते समय लगभग सभी कॉलेजों में छात्र-छात्राओं के कम अटेंडेंस के कारण किच-किच होती है. कड़े नियमानुसार कई बार तो उन्हें परीक्षा फॉर्म भरने से रोक दिया जाता है. इन तमाम उलझनों के मद्देनजर यूजीसी ने इस बार नियमित रूप से टीचर-पैरेंट्स मीट कराने का कड़ा निर्देश जारी किया है.
गतिविधि की मिलेगी जानकारी : कॉलेज में स्टूडेंट्स क्या करते हैं. महीने में कितने दिन कॉलेज आते हैं. पढ़ाई पर उनका कितना ध्यान रहता है. अन्य कई जरूरी बातें अभिभावकों के लिए जरूरी होती है. मीटिंग में छात्र-छात्रओं की हर गतिविधि की जानकारी अभिभावक को दी जायेगी.
टीएमबीयू में होती है खानापूरी
यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार टीएमबीयू के कॉलेजों में अभिभावक-शिक्षक मीट का आयोजन तो होता है, लेकिन कभी-कभार वह भी चुनिंदा कॉलेजों में ही मीटिंग होती है. यह मीटिंग नियमित तौर पर नहीं होती, जिससे न ही संस्थान को और न ही अभिभावकों को कोई लाभ मिल पाता है. यूजीसी के कड़े निर्देश के बाद कॉलेजों में इस नियम के लागू होने के बाद अभिभावकों को अपने बच्चों के बारे में सही जानकारी मिल पायेगी. मीट में कैरियर संबंधित दिशा-निर्देशों पर भी बात की जायेगी.

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