व्यवहार न्यायालय की वेबसाइट: ऑनलाइन होने में लगेंगे छह महीने

तसवीर: आशुतोष लंबित केसों व निर्णयों को ऑनलाइन देखने की होगी सुविधा व्यवहार न्यायालय में ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत सर्वर रूम तैयारतकनीकी सपोर्ट सिस्टम को लेकर पटना भेजा गया पत्र वरीय संवाददाता, भागलपुर व्यवहार न्यायालय की वेबसाइट बनाने व ऑनलाइन होने में और छह महीने लगेंगे. इस ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत सर्वर रूम को तैयार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 18, 2015 10:04 PM

तसवीर: आशुतोष लंबित केसों व निर्णयों को ऑनलाइन देखने की होगी सुविधा व्यवहार न्यायालय में ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत सर्वर रूम तैयारतकनीकी सपोर्ट सिस्टम को लेकर पटना भेजा गया पत्र वरीय संवाददाता, भागलपुर व्यवहार न्यायालय की वेबसाइट बनाने व ऑनलाइन होने में और छह महीने लगेंगे. इस ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत सर्वर रूम को तैयार कर लिया गया है. अब सर्वर रूम तैयार होने के बाद नेटवर्किंग सहित अन्य काम किये जाने हैं. इसके लिए कई प्रकार का तकनीकी सपोर्ट सिस्टम चाहिए. स्थानीय स्तर से तकनीकी सपोर्ट सिस्टम को भेजने के लिए पटना पत्र लिखा गया है.पटना हाइकोर्ट की तर्ज पर व्यवहार न्यायालय की वेबसाइट पर कई माह से काम चल रहा है. इस वेबसाइट के बन जाने से लंबित केसों व निर्णयों को ऑनलाइन देखने की सुविधा हो जायेगी. इसका लाभ अधिवक्ता के अलावा मुव्वकिल भी उठा सकेंेगे. अभी लंबित केसों व निर्णयों को लेकर मैनुअल ही काम किया जा रहा है. ऑनलाइन जानकारी मिलने के बाद व्यवहार न्यायालय के कर्मियों पर भी केसों के संबंध में जानकारी लेनेवालों का दबाव कम हो जायेगा. कहते हैं अधिवक्ता विधिज्ञ संघ के महासचिव विनयानंद मिश्रा ने कहा कि बांका कोर्ट की न्यायिक प्रक्रिया को पहले ही ऑनलाइन कर दिया है. आम लोग भागलपुर कोर्ट के ऑनलाइन का इंतजार बेसब्री से कर रहे हैं. वहीं वरीय अधिवक्ता अभय कांत झा ने कहा कि व्यवहार न्यायालय के केसों की जानकारी ऑनलाइन होने से न्याय प्रणाली भी सहज हो जायेगी. इससे सभी लोगों को आसानी होगी. आज के इंटरनेट युग में यह जरूरत है.

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