शिक्षकों की तरह मिले सुविधा

भागलपुर: शिक्षकों की तरह शिक्षकेतर कर्मियों को भी सुविधा मिलने की मांग को लेकर तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कर्मियों ने बुधवार को प्रदर्शन किया. विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन का मुख्य द्वार बंद कर अंदर में विश्वविद्यालय कार्यालय व स्नातकोत्तर विभागों के शिक्षकेतर कर्मियों ने सभा का आयोजन किया. इसके कारण 11 से एक बजे तक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 26, 2013 9:09 AM

भागलपुर: शिक्षकों की तरह शिक्षकेतर कर्मियों को भी सुविधा मिलने की मांग को लेकर तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कर्मियों ने बुधवार को प्रदर्शन किया. विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन का मुख्य द्वार बंद कर अंदर में विश्वविद्यालय कार्यालय व स्नातकोत्तर विभागों के शिक्षकेतर कर्मियों ने सभा का आयोजन किया. इसके कारण 11 से एक बजे तक विश्वविद्यालय का सारा कामकाज ठप हो गया. विश्वविद्यालय शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष डॉ मथुरा दुबे ने कहा कि गुरुवार को देश भर में विश्वविद्यालय के कर्मचारी का प्रदर्शन हुआ है.

तीन अक्तूबर को कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहेंगे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार शिक्षकेतर कर्मियों के साथ दोहरी नीति अपना रही है. सारे विश्वविद्यालय यूजीसी के नीतियों के अंतर्गत चलाये जाते हैं.

लेकिन शिक्षकों का वेतनमान यूजीसी निर्धारित करता है और शिक्षकेतर कर्मियों का राज्य सरकार. सेवानिवृत्ति की उम्र सीमा शिक्षकों की तरह 65 वर्ष लागू हो. इस मौके पर प्रतिकुलपति डॉ एनके सिन्हा, अवकाशप्राप्त शिक्षक संघ के सचिव प्रो अर्जुन प्रसाद व बिहार राज्य विश्वविद्यालय महाविद्यालय कर्मचारी संघ के प्रक्षेत्रीय अध्यक्ष अमरेंद्र झा भी सभा में शामिल हुए. विश्वविद्यालय कार्यालय व स्नातकोत्तर विभागों से संघ के संरक्षक डॉ एएन शाही के अलावा रामप्रकाश यादव, सुदीन राम, बलराम सिंह, सुमन, नंदकिशोर सिंह, एसएम जियाउद्दीन आदि मौजूद थे.

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