प्रदीप बाबा समेत पांच पर केस सत्य

भागलपुर : बरारी, धोबी टोला निवासी नारायण मंडल का अपहृत पुत्र गणपति राय उर्फ गुलचा अन्ना हत्याकांड में सिटी एएसपी वीणा कुमारी के सुपरविजन में पांच आरोपियों के खिलाफ केस सत्य पाया गया है. इसमें अप्राथमिकी अभियुक्त प्रदीप बाबा, दुर्गा यादव (फिलहाल जेल में), समीर उर्फ खुटिया, अमरदीप तांती और फौजी शामिल हैं. इन आरोपियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 23, 2015 8:53 AM
भागलपुर : बरारी, धोबी टोला निवासी नारायण मंडल का अपहृत पुत्र गणपति राय उर्फ गुलचा अन्ना हत्याकांड में सिटी एएसपी वीणा कुमारी के सुपरविजन में पांच आरोपियों के खिलाफ केस सत्य पाया गया है.
इसमें अप्राथमिकी अभियुक्त प्रदीप बाबा, दुर्गा यादव (फिलहाल जेल में), समीर उर्फ खुटिया, अमरदीप तांती और फौजी शामिल हैं. इन आरोपियों की गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है. एक आरोपी दुर्गा पहले ही कोर्ट में सरेंडर कर चुका है. मई माह में अपराधियों ने गुलचा का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी थी और लाश को गंगा नदी में फेंक दिया था. गुलचा के शरीर पर उसके शरीर पर चोट के गहरे जख्म मिले थे.
अपराधियों ने गुलचा के पहने हुए बनियान से गला दबा कर उसे मार डाला था. उसका फूलपैंट और टी-शर्ट गायब था. शरीर पर सिर्फ अंडरवियर और बनियान था. गुलचा का शव तिनटंगा दियारा के पास गंगा नदी में मिला था. वहां से प्रदीप बाबा, दुर्गा यादव और उसके साथियों ने लाश को नाव से खींच कर बरारी पुल घाट लाया था और पुलिस को जानकारी दी थी.
मृतक के परिजनों के मुताबिक, अवैध संबंध का राजदार होना गुलचा की हत्या का कारण बना है. प्रदीप बाबा और एक महिला के अवैध संबंध की भनक गुलचा को लग गयी थी. इस कारण उसे रास्ते से हटा दिया गया. परिजनों के मुताबिक, हत्या का मास्टरमाइंड प्रदीप बाबा और वह महिला है.
हत्या से पूर्व गुलचा दुर्गा के होटल में दुर्गा यादव, समीर उर्फ खुटिया, अमरदीप तांती और फौजी के साथ खाया-पीया था. इसके बाद से वह गायब हो गया था. गुलचा के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डूबने से मौत होना बताया गया है.
पुलिस का कहना है कि आखिर क्यों खा-पीकर रात में गंगा नदी में क्यों डूबने जायेगा? घटना के परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर पांच आरोपियों पर केस सत्य करार दिया गया है और उनकी गिरफ्तारी का निर्देश भी जारी किया गया है.

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