साल बीता, नहीं पकड़ाया अविनाश का हत्यारा

भागलपुर : शाहकुंड थाने में तैनात दारोगा अविनाश की शहादत के एक साल पूरे हो गये हैं. लेकिन अब तक दारोगा का असली हत्या टोपला यादव नहीं पकड़ा गया है. टोपला के फरार रहने की स्थिति में पुलिस मुख्यालय ने उस पर 25 हजार रुपये इनाम भी घोषित कर रखा है. लेकिन टोपला की गिरफ्तारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 23, 2015 8:54 AM
भागलपुर : शाहकुंड थाने में तैनात दारोगा अविनाश की शहादत के एक साल पूरे हो गये हैं. लेकिन अब तक दारोगा का असली हत्या टोपला यादव नहीं पकड़ा गया है. टोपला के फरार रहने की स्थिति में पुलिस मुख्यालय ने उस पर 25 हजार रुपये इनाम भी घोषित कर रखा है. लेकिन टोपला की गिरफ्तारी नहीं हो पायी है.
23 जून 2014 को दारोगा की हत्या के बाद से टोपला फरार चल रहा है. वह इस कांड का मास्टरमाइंड है. फरार रहने की स्थिति में पुलिस टोपला का घर तक कुर्क कर चुकी है. टोपला की गिरफ्तारी न होने से शहीद दारोगा के परिजन मायूस है. अपराधियों से लोहा लेते वक्त दारोगा अविनाश वीरगति को प्राप्त हुए थे. लेकिन अब तक हत्यारा पकड़ा नहीं है. पुलिस ने इस कांड में तीन आरोपी को पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है.
गिरफ्तार आरोपियों में खुलनी गांव निवासी तारिणी मंडल, श्रीरामपुर गांव निवासी संजीत यादव और टोपला का साढ़ सिंटू यादव शामिल हैं. टोपला और सिंटू का ससुराल मुंजत गांव में है. 23 जून को हुई थी दारोगा की हत्या : 23 जून को पचरुखी-खुलनी पथ के बांध पर रात साढ़े आठ बजे रमनी बहियार में पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हो गयी. इसमें शाहकुंड थाने में पदस्थापित दारोगा अविनाश कुमार (35) शहीद हो गये थे. अपराधियों ने दारोगा के नाक में गोली मारी थी. इससे वे गंभीर रूप से जख्मी हो गये थे.
शाहकुंड पीएचसी से बेहतर इलाज के लिए उन्हें जेएलएनएमसीएच रेफर कर दिया गया था. भागलपुर पहुंचने पर डॉक्टरों ने दारोगा को मृत घोषित कर दिया था. शहीद अविनाश 2009 बैच के दारोगा थे और मूलत: मुंगेर जिले के महादेवपुर-नौवागढ़ी के रहने वाले थे.

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