फिर छात्र का मिला फर्जी अंक पत्र
संवाददाता,भागलपुर. तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में एक के बाद एक फर्जी अंक पत्र सत्यापन के लिए मिल रहे हैं. इसे लेकर विवि प्रशासन के होश उड़े हैं. शनिवार को भी एक छात्र स्नातक का अंक पत्र जांच कराने परीक्षा विभाग पहुंचा था. अंक पत्र देख परीक्षा नियंत्रक का होश उड़ गया. छात्र से पूछताछ करने लगे. […]
संवाददाता,भागलपुर. तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में एक के बाद एक फर्जी अंक पत्र सत्यापन के लिए मिल रहे हैं. इसे लेकर विवि प्रशासन के होश उड़े हैं. शनिवार को भी एक छात्र स्नातक का अंक पत्र जांच कराने परीक्षा विभाग पहुंचा था. अंक पत्र देख परीक्षा नियंत्रक का होश उड़ गया. छात्र से पूछताछ करने लगे. छात्र अड़ा रहा है कि असली अंक पत्र है. इसे लेकर काफी हंगामा हुआ है. फिलहाल अंक पत्र की जांच की जा रही है. छात्र को सोमवार को परीक्षा विभाग बुलाया गया है. प्रतिकुलपति प्रो एके राय ने बताया कि एक छात्र अंक पत्र जांच कराने आया था. अंक पत्र देखने से लगा रहा है कि गलत तरह से इशू किया गया है. अंक पत्र पर लिखे कुछ शब्द दीर्घ भ्रमित करने वाला है. परीक्षा विभाग का ऐसे मामलों को लेकर शिकंजा कसने लगा है, ताकि तोमर प्रकरण जैसी गलती दोबारा नहीं हो. विवि में पूर्व से चल रही गड़बड़ झाला को दूर किया जा सके. 17 जून को विवि के परीक्षा विभाग में बंगाल के दो छात्र अपने अंक पत्र का सत्यापन कराने आये थे. सत्यापन के दौरान अंक पत्र फर्जी पाया गया. पूछताछ में भी दोनों छात्रों ने कबूल किया था कि दोनों ने अंक पत्र 18 हजार रुपये में विवि के लोगों से खरीदा था. इसके बाद विवि प्रशासन ने दोनों छात्रों के खिलाफ फर्जीवाड़ा का आरोप लगा थाना में केस दर्ज कराया था. पुलिस ने दोनों को पकड़ कर न्यायिक हिरासत में भेज दी थी.