संडे को भी प्रसव भगवान भरोसे
फोटो विद्यासागर प्रतिनीधि, नाथनगरनाथनगर रेफरल अस्पताल में रविवार को डॉक्टर के नहीं आने से प्रसव कराने आयी महिलाओं काफी परेशानी होती है. मरीज की देख रेख ठीक से नहीं हो पाती, समय से दवा-सूई नहीं मिलती. आशा कार्यकर्ताओं की देख रेख में मरीज को छोड़ दिया जाता हैं. अगर मरीज पीड़ा की कहता है, तो […]
फोटो विद्यासागर प्रतिनीधि, नाथनगरनाथनगर रेफरल अस्पताल में रविवार को डॉक्टर के नहीं आने से प्रसव कराने आयी महिलाओं काफी परेशानी होती है. मरीज की देख रेख ठीक से नहीं हो पाती, समय से दवा-सूई नहीं मिलती. आशा कार्यकर्ताओं की देख रेख में मरीज को छोड़ दिया जाता हैं. अगर मरीज पीड़ा की कहता है, तो उसे दो टिकिया थमा दी जाती है.कहती है प्रसव पीडि़त महमदपुर की सीमा देवी ने बताया कि सुबह पेट में दर्द उठा, आशा के पास गयी तो उसने दो खुराक टिकिया दिया. उससे दर्द कम नहीं हुआ.किशनपुर गांव की रानी देवी ने बताया कि डॉक्टर साहब देखने नहीं आते, सिर्फ आशा दीदी कभी-कभी आती हैं दरियापुर गांव की नीवा देवी ने बताया कि सिर में दर्द हुआ, तो आशा के पास गये. उसने कहा कि डॉक्टर साहब नहीं आये हैं. जाओ कमजोरी से ऐसा होता है.