भागलपुर: सबौर ग्रिड में स्थापित पावर ट्रांसफॉर्मर 58 घंटे के बाद चालू हुआ और बिजली आपूर्ति सुचारु हुई, लेकिन लोकल फॉल्ट निर्बाध आपूर्ति में बाधक बनी रही. सोमवार शाम 4.10 बजे के बाद से मिलनेवाली बिजली कई कारणों से लोगों के घर तक नहीं पहुंच सकी, जिससे दिक्कतें बरकरार है.
ट्रिपिंग की समस्या बरकरार, हर पांच मिनट पर कटती रही बिजली : मध्य शहर में खलीफाबाग चौक हो या मशाकचक या फिर घंटाघर और आदमपुर का इलाका, यहां हर पांच मिनट पर बिजली कट रही थी. अचानक लोड बढ़ने से ट्रिपिंग की समस्या बरकरार थी, जिससे बिजली निर्बाध रूप से नहीं मिल सकी. दक्षिणी शहर की बात करें, तो मिरजानहाट और विक्रमशिला फीडर को एक साथ आपूर्ति नहीं हो सकी. नतीजा, दोनों फीडर को बारी-बारी से अलीगंज विद्युत उपकेंद्र से आपूर्ति की गयी. इस कारण दोनों फीडर से जुड़े मिरजानहाट, कमलनगर कॉलोनी, वारसलीगंज, सिकंदरपुर, हसनगंज, कलबगंज, शिवपुरी कॉलोनी सहित दो दर्जन से अधिक मुहल्ले की बिजली देर रात तक बाधित रही. अलीगंज विद्युत उपकेंद्र का सिस्टम 40 साल पुराना होने से दक्षिणी शहर की बिजली अक्सर बाधित रहती है. फ्रेंचाइजी कंपनी की कारगुजारी के कारण उपभोक्ताओं को खामियाजा भुगतना पड़ा है.
ऊपर से आदेश आयेगा तो जायेंगे ठीक करने
बरारी में काली मंदिर के नजदीक स्थापित ट्रांसफॉर्मर का जंफर कट गया और मुहल्ले की बिजली बंद हो गयी. मुहल्ले के लोगों ने फ्रेंचाइजी कंपनी के लाइन मैन के घर पर जाकर इसकी जानकारी दी, तो उनका दो टूक जवाब था कि जब तक ऊपर से आदेश नहीं आयेगा, तब तक ठीक करने नहीं जायेंगे. स्थानीय लोगों ने खुद बांस-बल्ला के सहारे जंफर को खड़ा किया, तो बिजली चालू हो सकी. सराय में तार टूटने से आधी रात तक बिजली आपूर्ति बाधित रही. भीखनपुर में एक साथ दर्जन भर ट्रांसफॉर्मर का फ्यूज उड़ गया. सूचना मिलने के बाद भी लाइन मैन नहीं पहुंचे, जिससे घंटों बिजली बाधित रही.