एरिया कमांडर के नेतृत्व में हुआ था हमला

भागलपुर: शाहकुंड-अकबरनगर पथ में करीब आठ किलोमीटर तक चानन नदी के पास एक भी पुलिस कैंप नहीं रहने की वजह से आये दिन छिनतई और लूटपाट की घटना होती थी. इसी वजह से अपराध रोकने के लिए वहां कैंप बनाया गया था. लेकिन नक्सलियों को कैंप खुलने से खतरा था, इसलिए कैंप में लूटपाट की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 1, 2015 8:24 AM
भागलपुर: शाहकुंड-अकबरनगर पथ में करीब आठ किलोमीटर तक चानन नदी के पास एक भी पुलिस कैंप नहीं रहने की वजह से आये दिन छिनतई और लूटपाट की घटना होती थी. इसी वजह से अपराध रोकने के लिए वहां कैंप बनाया गया था. लेकिन नक्सलियों को कैंप खुलने से खतरा था, इसलिए कैंप में लूटपाट की गयी थी.

घटना के बाद वहां दोबारा कैंप नहीं बना. अभी भी उस इलाके में देर रात किसी तरह की घटना होने पर पुलिस को पहुंचने में घंटों लग जाते हैं और तब तक अपराधी वहां से फरार हो चुके रहते हैं. ऐसे हुआ था हमला : दस जनवरी 2010 की शाम 04:55 में जब अकबर नगर-शाहकुंड पथ स्थित बीएमपी कैंप में संतरी ड्यूटी पर श्रीराम कुजूर मौजूद थे. उसी वक्त सवारी गाड़ी से एरिया कमांडर नित्यानंद चौरसिया के नेतृत्व में नक्सलियों का दल बीएमपी कैंप पहुंचा. वहां मौजूद संतरी कुजूर को सिर पर कुल्हाड़ी से वार कर घायल कर दिया. इसके बाद कैंप में मौजूद विश्वमोहन प्रसाद को गोली मार कर घायल कर दिया एवं जवान दीनदयाल झा और उज्जवल कुमार को हाथ-पैर बांध कर मारपीट कर बंद कर दिया. इस दौरान नक्सलियों ने जवानों से चार एसएलआर, दो स्टेनगन, चार हैंड ग्रेनेड व पांच सौ चक्र गोली (कारतूस) लूट लिया था.

घटना में 21 लोगों की हुई थी गिरफ्तारी
घटना में कुल 21 लोगों की गिरफ्तारी की गयी थी. एरिया कमांडर नित्यानंद चौरसिया अभी भागलपुर जेल में बंद है एवं अन्य नक्सली भी जेल में बंद हैं एवं कुछ जमानत पर बाहर है. सूत्रों के अनुसार मंगलवार को दोषी करार दिये जाने की जानकारी विजय मांझी को थी, इसलिए वह कोर्ट नहीं आया. फिलहाल वह फरार है.

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