हल्दी के बदले रंग डाल कर बनाया भोजन
कहलगांव प्रखंड में 195 प्राथमिक व मध्य विद्यालय हैं. इनमे लगभग 66 हजार बच्चे नामांकित हैं. इनमे से 70 प्रतिशत बच्चों को हर रोज मध्याह्न भोजन दिया जाता है. एनजीओ द्वारा प्रखंड के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के 29 स्कूलों में कुल 3500 बच्चों को भोजन दिया जाता है. शुक्रवार को एनजीओ द्वारा स्कूलों में […]
कहलगांव प्रखंड में 195 प्राथमिक व मध्य विद्यालय हैं. इनमे लगभग 66 हजार बच्चे नामांकित हैं. इनमे से 70 प्रतिशत बच्चों को हर रोज मध्याह्न भोजन दिया जाता है. एनजीओ द्वारा प्रखंड के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के 29 स्कूलों में कुल 3500 बच्चों को भोजन दिया जाता है. शुक्रवार को एनजीओ द्वारा स्कूलों में पुलाव-छोला व सलाद परोसा जाना था. एनजीओ के किचन में साफ -सफाई ठीक थी. पुलाव के चावल में रंग डाल कर बनाया गया था. सलाद आज तक बच्चों को नहीं दिया गया. सीकड़गढ़ टोला मध्य विद्यालय में शिक्षकों ने बताया कि एनजीओ द्वारा मेनू के अनुसार भोजन नहीं दिया जाता है. स्कूल के कोई शिक्षक प्रतिदिन खाना जरूर चखते हैं. चौधरी टोला मध्य विद्यालय के शिक्षकों ने बताया कि भोजन में कई बार कीड़ा निकलने की शिकायत हुई है. सभी बच्चे स्कूल में खाना नहीं खाते हैं. उनका कहना है कि खाना ठीक नहीं आता है. कहते हैं बीइओ प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने चावल में रंग डाल कर पुलाव बनाये जाने के बारे में कहा कि स्कूलों से इसकी जानकारी ली जायेगी. कहते हैं एनजीओ के प्रभारी एनजीओ के प्रभारी कमलेश कुमार ने बताया कि समान की कमी के कारण मसाला नहीं डाला गया. चावल में रंग नहीं हल्दी डाली गयी थी.