अब अपनी रसोई व छत पर उगायें चेरी टमाटर

फोटो – नवगछिया बिहार कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने अनुसंधान कर विकसित किया है चेरी टमाटर साल के 10 से 11 माह देता है फलन – तरबूज व स्ट्रॉबेरी के समान होता है मीठा व स्वादिष्ट प्रतिनिधि, सबौरबिहार कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने टमाटर की नयी वेराइटी मीठा चेरी टमाटर विकसित किया है. दो साल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 3, 2015 9:06 PM

फोटो – नवगछिया बिहार कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने अनुसंधान कर विकसित किया है चेरी टमाटर साल के 10 से 11 माह देता है फलन – तरबूज व स्ट्रॉबेरी के समान होता है मीठा व स्वादिष्ट प्रतिनिधि, सबौरबिहार कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने टमाटर की नयी वेराइटी मीठा चेरी टमाटर विकसित किया है. दो साल के बाद लोग इसे अपने गमले, किचन, छत और ग्रीन व पॉली हाउस में उपजा सकेंगे. चेरी टमाटर भारत में नयी वेराइटी है, जिसकी मांग भारत के महानगरों में काफी है. यह लाल, पीला, नारंगी व गुलाबी रंगों में गोल, लंबा, अंडाकार और नाशपाती के आकार का होता है. इसमें विटामिन सी, लाइकोपीन, बीटाकेरोटिन, सुगर व कुछ घुलनशील तत्व पाये जाते हैं, जो सेहत के लिए पौष्टिक होते हैं. वैज्ञानिकों ने बतायाबीएयू के वैज्ञानिक डॉ रणधीर कुमार, शशांक शेखर सोलंकी ने बताया कि यह वेराइटी मुख्यत: इजराइल में उपजती है. बड़े शहर में यह 80 से 100 रुपये किलो बिकता है. यह गुच्छों में और लता 6-7 किलोग्राम फलता है. इसे जुलाई में लगाया जाता है, जो 90 दिन बाद साल के 10-11 माह तक प्रभावी फलन देता है. देश में सिर्फ हिमाचल प्रदेश में यह वेराइटी उगायी जाती है. इसकी लता तीन से पांच मीटर लंबी और असीमित वृद्धि वाली होती है. इसे दस से बारह इंच वाले गमले या छत व किचन आदि जगहों पर उगाया जा सकता है. भारत में 30 केंद्रों पर इसका परीक्षण किया जा रहा है. दो साल बाद यह बिहार में उगायी जा सकेगी. बीएयू इसकी12 पर अनुसंधान कर रहा है. इसकी दो वेरोयटी बीआरसीटी एक (पीला रंग) और बीआरसीटी दो ( लाल रंग) की होती है. एक वेराइटी बीआरसीटी को अखिल भारतीय समन्वित सब्जी शोध परियोजना में शामिल कर लिया गया है.

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