सबौर पीएचसी बीमार, इसका इलाज करेगा कौन

फोटो – राजेश सबौर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अपने इंतजाम पर भरती होते हैं रोगी- बेड पर नहीं बिछती है चादरें- गंदे शौचालय के कारण सड़क किनारे निबटते हैं रोगी – चिकित्सकों के आने जाने का कोई टाइम नहीं प्रतिनिधि, सबौरप्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सबौर में कहने को रोगियों के लिए सारी सुविधाएं हैं,लेकिन यहां भरती […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 3, 2015 10:05 PM

फोटो – राजेश सबौर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अपने इंतजाम पर भरती होते हैं रोगी- बेड पर नहीं बिछती है चादरें- गंदे शौचालय के कारण सड़क किनारे निबटते हैं रोगी – चिकित्सकों के आने जाने का कोई टाइम नहीं प्रतिनिधि, सबौरप्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सबौर में कहने को रोगियों के लिए सारी सुविधाएं हैं,लेकिन यहां भरती होनेवाले रोगी को अपने इंतजाम पर इलाज करवाना होता है. यदि वे घर से चादर व पैसे आदि लेकर आये तो ठीक, अन्यथा बिना चादर के बेड पर सोना पड़ता है. अस्पताल के अगले हिस्से में साफ-सफाई तो दिखती है, लेकिन अंदर से बदबू निकलती है. प्रसूता वार्ड में चार-चार बेड के दो कमरे हैं, लेकिन इस पर अस्पताल के नियमों के अनुसार चादर नहीं बिछती है. यदि कभी बिछ भी जाती है, तो उस पर लगे खून व गंदगी देख कर शायद ही कोई रोगी उस पर लेटना चाहता है. इस वार्ड के पीछे नालियों में और बाहर गंदगी पसरी रहती है. यहां का शौचालय इतना गंदा है कि मरीज व परिजन बाहर ही शौच करना बेहतर समझते हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां डॉक्टर के बैठने का कोई टाइम टेबल नहीं है. दोपहर बाद तो लगता ही नहीं है कि यह अस्पताल है. रोगियों ने बताया शुक्रवार को प्रसव करा चुकी पिथना गौराडीह की प्रसूता बीबी जूही ने बताया कि कोई चादर नहीं बिछायी गयी है. कुछ दवा तो यहां से दी गयी, लेकिन कुछ दवा बाहर से खरीदनी पड़ी. प्रसव कराने आयी ममलखा की पूनम देवी ने बताया कि यहां इतनी बदबू है कि बरदाश्त नहीं होती है. बेड पर चादर नहीं दिया गया है.

Next Article

Exit mobile version