नहीं आता है कंप्यूटर चलाना, फाइलों का लगा रहता है ढेर

-हाल जिला उद्योग केंद्र काकर्मचारी : पांचजीएम : एकडाटा ऑपरेटर : एक यहां के किसी कर्मचारी को कंप्यूटर चलाना नहीं आता है. सारा कार्य डाटा ऑपरेटर करते हैं.कंप्यूटर : एक, जो खराब पड़ा है. लैपटॉप : एक, इससे ही काम कराया जा रहा है. संवाददाता, भागलपुरएक ओर जहां केंद्र सरकार डिजिटल इंडिया की बात कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 8, 2015 9:05 PM

-हाल जिला उद्योग केंद्र काकर्मचारी : पांचजीएम : एकडाटा ऑपरेटर : एक यहां के किसी कर्मचारी को कंप्यूटर चलाना नहीं आता है. सारा कार्य डाटा ऑपरेटर करते हैं.कंप्यूटर : एक, जो खराब पड़ा है. लैपटॉप : एक, इससे ही काम कराया जा रहा है. संवाददाता, भागलपुरएक ओर जहां केंद्र सरकार डिजिटल इंडिया की बात कर रही है, वहीं जिला उद्योग केंद्र की जमीनी हकीकत है कि यहां पर किन्हीं को कंप्यूटर चलाना भी नहीं आता. इतना ही नहीं यहां के उच्च अधिकारी को कंप्यूटर खोलना तक नहीं आता है. इससे फाइलों का काम धीमी गति से होता है, जिसका ढेर लगा रहता है. ऐसे में डिजिटल इंडिया की कल्पना कैसे की जाती है. केंद्र पर कंप्यूटर तो होना दूर की बात बिजली की व्यवस्था भी दुरुस्त नहीं है. एक जेनरेटर रखा हुआ है, जिसे आज तक चलाया ही नहीं गया. यहां के कर्मियों का कहना है यह जेनरेटर सफेद हाथी है. उन्होंने बताया कि एक कंप्यूटर है, जो खराब पड़ा है. केवल एक लैपटॉप है, जिससे जरूरी काम के लिए इस्तेमाल किया जाता है. एक डाटा ऑपरेटर है, उन्हीं की मदद से सभी लोग कंप्यूटर कार्य निष्पादन कराते हैं. यहां पर पांच कर्मचारी व एक जीएम हैं. किसी को भी कंप्यूटर की जानकारी नहीं है. कर्मियों का कहना है कि विभाग की ओर से कंप्यूटर प्रशिक्षण या कंप्यूटर के लिए कभी कोई प्रयास नहीं किया गया.

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