मतगणना की तैयारी पूरी सीइओ ने की समीक्षा
भागलपुर: विधान परिषद के स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र भागलपुर व बांका के मतों की गिनती 10 जुलाई को बरारी स्थित राजकीय पॉलिटेक्निक में होगी. बुधवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीइओ) अजय नायक ने सभी जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग से मतगणना की तैयारी की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिया. जिला पदाधिकारी डॉ वीरेंद्र प्रसाद […]
भागलपुर: विधान परिषद के स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र भागलपुर व बांका के मतों की गिनती 10 जुलाई को बरारी स्थित राजकीय पॉलिटेक्निक में होगी. बुधवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीइओ) अजय नायक ने सभी जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग से मतगणना की तैयारी की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिया. जिला पदाधिकारी डॉ वीरेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि मतगणना की सारी तैयारी पूरी कर ली गयी है. मतगणना कर्मियों को ट्रेनिंग भी दी जा चुकी है. गुरुवार को एक बार फिर से कर्मियों को मतगणना की अंतिम ट्रेनिंग दी जायेगी.
मतगणना के लिए वज्रगृह राजकीय पॉलिटेक्निक के हाल में 14 टेबल लगाये गये हैं. वीसी के दौरान सीइओ श्री नायक ने मतगणना के अलावा इवीएम ( इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) गोदाम निर्माण की भी समीक्षा की. उन्होंने सभी को जल्द से जल्द गोदाम तैयार करने का निर्देश दिया, ताकि अन्य जिलों से आने वाले इवीएम को व्यवस्थित तरीके से रखा जा सके. जिला की ओर से बताया गया कि एक सप्ताह में इवीएम गोदाम बन कर तैयार हो जायेगा. भवन बन कर तैयार है. फिलहाल इसकी रंगाई-पुताई हो रहा है. वीडियो कांफ्रेंसिंग में उप विकास आयुक्त डॉ चंद्रशेखर सिंह, अपर समाहर्ता हरिशंकर प्रसाद, अपर समाहर्ता ( विभागीय जांच) डॉ श्यामल किशोर पाठक, डीआरडीए निदेशक राम ईश्वर, उप निर्वाचन पदाधिकारी अवधेश कुमार आदि मौजूद थे.
सीसीटीवी से हो रही निगरानी : राजकीय पॉलिटेक्निक में बनाये गये वज्रगृह की सुरक्षा में पर्याप्त पुलिस बल को लगाया गया है. वज्रगृह पर सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जा रही है. वज्रगृह के बाहर व मुख्य द्वार के सामने सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है. इसका नियंत्रण कक्ष उसी भवन के प्रथम तल पर बनाया गया है.
सीसीटीवी के लिए बनाये गये नियंत्रण कक्ष में तीन पालियों में दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी किसी भी प्रकार की अवैधानिक गतिविधि की सूचना तत्काल वज्रगृह के प्रभारी पदाधिकारी, जिला नियंत्रण कक्ष व जिला के वरीय पुलिस पदाधिकारी को देंगे.
ऐसे होगी मतगणना
विधान परिषद चुनाव में वोटिंग व मतगणना अलग तरीके से होती है. वोटिंग में सभी प्रत्याशियों के वरीयता दी जाती है. मतगणना में पहले सभी प्रत्याशियों के प्रथम वरीयता की गिनती की जाती है. इसमें यदि किसी प्रत्याशी को कुल वोटिंग का 50 प्रतिशत से अधिक वोट प्राप्त हो जाता है, तो वह विजेता घोषित हो जायेगा. ऐसा नहीं होने पर फिर से मतों की गिनती होगी और इसमें दूसरी वरीयता के वोटों की गिनती होगी. प्रथम वरीयता की गिनती में जिस प्रत्याशी को सबसे कम वोट आये होंगे उसे रिजेक्ट करते हुए उसके मतपत्र में पड़े दूसरी वरीयता में जिस प्रत्याशी का नाम होगा, उसके कुल वोट में इस दूसरी वरीयता वाले वोट को जोड़ दिया जायेगा. इस प्रकार यह गिनती तब तक चलती रहेगी, जब तक किसी एक प्रत्याशी को कुल वोटिंग का 50 प्रतिशत से अधिक वोट न प्राप्त हो जाये या कम वोट पाने वाले एक-एक करके सभी प्रत्याशी रिजेक्ट न हो जाएं.