वनांचल की बोगी जजर्र कैसे होगी सुखद यात्रा
भागलपुर : अन्य रूटों तरह भागलपुर से खुलने वाली लंबी दूरी के ट्रेनों की बोगियां चकाचक नहीं रहती है. दोपहर 3.30 में प्लेटफॉर्म संख्या-चार से रांची के लिए रवाना होने वाली वनांचल एक्सप्रेस की एसी बोगी का था. इस ट्रेन में सफर करने वाले यात्राी रेलवे की व्यवस्था से नाखुश थे. उन्हें इस बात का […]
भागलपुर : अन्य रूटों तरह भागलपुर से खुलने वाली लंबी दूरी के ट्रेनों की बोगियां चकाचक नहीं रहती है. दोपहर 3.30 में प्लेटफॉर्म संख्या-चार से रांची के लिए रवाना होने वाली वनांचल एक्सप्रेस की एसी बोगी का था. इस ट्रेन में सफर करने वाले यात्राी रेलवे की व्यवस्था से नाखुश थे.
उन्हें इस बात का मलाल था कि एसी का चार्ज लगने के बाद भी जजर्र बोगी में सफर करना पड़ रहा है. एसी बोगी काफी जजर्र था व इसमें लगा परदा का डंडा टूटा था. खिड़कियों में सेलो टेप चिपका का बारिश का बौछार को अंदर जाने से रोकने का जुगाड़ किया गया था.
बर्थ के कई नट-वॉल्ट अपनी जगह से गायब थे. कुल मिला कर यात्राियों को यात्रा की शुरुआत अव्यवस्था में करनी पड़ रही थी. रेल सूत्रों के अनुसार एक्सप्रेस या फिर सुपर फास्ट एक्सप्रेस में न चलने वाली बोगियों को भागलपुर से खुलने वाली ट्रेनों में जोड़ कर चलाया जा रहा है. रेलवे यह कह कर अपना पल्ला झाड़ लेता है कि बोगियों का ड्यू डेट नहीं आया है. ड्यू डेट आने पर इसकी रिपोर्ट मुख्यालय को की जाती है और बोगी बदला जाता है.
यह सच्चई है कि दूसरे रूट पर चलते-चलते जब ड्यू डेट से पहले ही बोगी जजर्र अवस्था में पहुंच जाता है, तो इसे भागलपुर की ट्रेनों में जोड़ कर चलाया जाता है.
रैक के लिए नहीं है पर्याप्त जगह
ट्रेन रद्द होने पर इसके रैक 72 घंटे तक भागलपुर में रहता है. इसे रखने के लिए रेलवे के पास पर्याप्त जगह नहीं है. इससे भागलपुर से खुलने वाली ट्रेनों की साफ-सफाई का काम प्रभावित होता है.
समय से ट्रेनें रवाना नहीं हो पाती है.एक से अधिक रैक होने पर रेलवे सबौर और टेकानी में रैक को भेज देता है. इस स्थिति में भी ट्रेन को रवाना होने में विलंब होती है. समय से ट्रेन को रवाना करने के लिए सबौर और टेकानी से रैक मंगा कर साफ -सफाई करायी जाती है, लेकिन समय पर सब कुछ नहीं हो पाता है.
भागलपुर में पीट लाइन की संख्या-3 व दो ट्रैक है. पीट लाइन पर भागलपुर-जम्मू अमरनाथ एक्सप्रेस को छोड़ भागलपुर से खुलने वाली एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनों की सफाई होती है.