मदरौनी कटाव के मुहाने पर कटाव निरोधी कार्य फेल

गोपालपुर: कोसी के जल स्तर में वृद्धि से सहौड़ा मंदरौनी में कटाव जारी है. प्रभावित स्थलों पर किया जा रहा कटाव निरोधी कार्य पूरी तरह से प्रभावहीन है. कटाव प्रभावित स्थलों पर दिन रात फ्लड फाइटिंग का कार्य किया जा रहा है. एक तरफ जल संसाधन विभाग की ओर से कटाव निरोधी कार्य किया जा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2015 7:55 AM

गोपालपुर: कोसी के जल स्तर में वृद्धि से सहौड़ा मंदरौनी में कटाव जारी है. प्रभावित स्थलों पर किया जा रहा कटाव निरोधी कार्य पूरी तरह से प्रभावहीन है. कटाव प्रभावित स्थलों पर दिन रात फ्लड फाइटिंग का कार्य किया जा रहा है. एक तरफ जल संसाधन विभाग की ओर से कटाव निरोधी कार्य किया जा रहा है, तो दूसरी तरफ कोसी कटाव का अपना दायरा बढ़ाती जा रही है.

रविवार तक कटाव का दायरा 15 सौ मीटर तक था. सोमवार को कोसी कटाव 17 सौ मीटर में प्रभावी हो गयी. कोसी नदी ने सहौड़ा को अपने में समा लेने के बाद मंदरौनी को पूरी तरह से मुहाने पर ले लिया है. मंदरौनी शिव मंदिर के बायीं ओर भीषण दबाव बना हुआ है.

हालांकि रविवार को हुए कटाव पर फिलहाल नियंत्रण करने में जल संसाधन विभाग सफल हुआ है, लेकिन कई जगहों पर धसान के साथ कटाव होने से अभियंताओं की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. गांव के लोगों में कटाव को लेकर भय समाया है. सहौड़ा गांव के विस्थापित राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे शरण लिये हैं. सहौड़ा मंदरौनी के ग्रामीण दिलीप, प्रमोद, सुशील आदि कहते हैं कि फ्लड फाइटिंग कार्य में भारी अनियमितता बरती जा रही है. जिओ बैग व सीमेंट की बोरी में बालू की जगह मिट्टी भर कर नदी में दिया जा रहा है. जिओ बैग में चार की जगह महज एक सिलाई किया जा रहा है, जिसके कारण नदी में बोरा दिये जाने के बाद ही मिट्टी पानी में घुल जाता है और खाली बोरी नदी में तैरने लगता है. 450 मीटर में लगभग साढ़े छह करोड़ की लागत से बोल्डर पीचिंग कार्य सहौड़ा मंदरौनी में कराया गया था. कोसी के जल स्तर में वृद्धि होने पर बोल्डर पीचिंग 85 मीटर तक ध्वस्त हो गया था.

कहते हैं कार्यपालक अभियंता. जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता ई अवधेश कुमार ने कहा कि कटाव को रोकने के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है. दिन रात विशेषज्ञ अभियंताओं के निर्देश पर कटाव रोकने का प्रयास किया जा रहा है.

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