पिछले कई सालों से विभाग के पास मात्र एक ही वाहन है. इसी के सहारे भागलपुर, कहलगांव व नवगछिया सर्किल में अवैध शराब विक्रेता व भट्ठी पर छापेमारी करना होता है. अगर सूचना एक साथ तीनों सर्किल से आ जाये, तो छापेमारी कार्रवाई में दिक्कत होती है. लिहाजा विभाग को किराये पर वाहन लेकर छापेमारी करना होता है. इसके अलावा विभाग में पुलिस कर्मियों की संख्या भी काफी कम है.
25 पुलिस बल के बदले मात्र पांच पुलिस जवान है. लिपिक भी चार के बदले दो हैं. उत्पाद विभाग के प्रहार बल (इमरजेंसी) के लिए भी एक वाहन नहीं है. जानकारी के अनुसार विभाग के पुलिसकर्मी सेवानिवृत्त होते जा रहे हैं. इसके कारण विभाग मे कर्मियों का टोटा बना हुआ है.