ममलखा हाट विवाद सुलझाने पहुंची सीओ
प्रतिनिधि,सबौर ममलखा हाट वसूली विवाद सुलझाने के लिए मंगलवार को अंचलाधिकारी मालती कुमारी और सबौर थाना प्रभारी रीता कुमारी मौके पर पहुंची. सीओ ने बताया कि ममलखा हाट जहां लगता है, वह सरकारी जमीन है. उस जमीन से किसी को भी हाट का बट्टी वसूलने का अधिकार नहीं है. हालांकि वहां पर कहां तक कब्रिस्तान […]
प्रतिनिधि,सबौर ममलखा हाट वसूली विवाद सुलझाने के लिए मंगलवार को अंचलाधिकारी मालती कुमारी और सबौर थाना प्रभारी रीता कुमारी मौके पर पहुंची. सीओ ने बताया कि ममलखा हाट जहां लगता है, वह सरकारी जमीन है. उस जमीन से किसी को भी हाट का बट्टी वसूलने का अधिकार नहीं है. हालांकि वहां पर कहां तक कब्रिस्तान की जमीन है और कहां तक सरकारी जमीन है, इसका नक्शा मिलने व मापी करने के बाद ही पता चल पायेगा. उन्होंने बताया कि बुधवार को अंचल अमीन ममलखा हाट जाकर वहां की जमीन की जांच कर उसकी मापी करेंगे. ममलखा हाट की वसूली को लेकर पिछले कई माह से विवाद चल रहा है. ममलखा के पंसस राम कुमार आजाद व अन्य ग्रामीणों का कहना है कि ममलखा के ग्रामीणों की समिति वर्षों से इस हाट से बट्टी वसूली कर रही है. हाट की वसूली से प्राप्त राशि का उपयोग सामाजिक विकास व अन्य कार्यों में किया जाता है. हाट के बगल में कब्रिस्तान की जमीन है, जिस पर तेतर मंडल झोपड़ी बना कर रहता है और वहां पर सब्जी बेचने वालों से वह बट्टी वसूलता है. तेतर का कहना है कि उसने यह जमीन लीज पर लिया है, इसलिए वह बट्टी वसूल करता है. इस बात को लेकर पिछले सप्ताह भी विवाद हुआ था.