राजस्थान की कंपनी को काम कराने की मिली अनुमति, सितंबर से बनेगा बाइपास
भागलपुर: बाइपास निर्माण का रास्ता अब पूरी तरह साफ हो गया है. राजस्थान की कंपनी जीआर इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड बाइपास बनायेगी. कंपनी को काम कराने का वर्क ऑर्डर मिल गया है. एनएच विभाग से भेजी गयी फाइनांसियल बिड की फाइल पर मंगलवार को केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रलय ने मुहर लगा दी. बाइपास निर्माण का काम […]
भागलपुर: बाइपास निर्माण का रास्ता अब पूरी तरह साफ हो गया है. राजस्थान की कंपनी जीआर इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड बाइपास बनायेगी. कंपनी को काम कराने का वर्क ऑर्डर मिल गया है. एनएच विभाग से भेजी गयी फाइनांसियल बिड की फाइल पर मंगलवार को केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रलय ने मुहर लगा दी.
बाइपास निर्माण का काम सितंबर से शुरू होगा. इस बीच कंपनी प्लांट लगाने से लेकर मेटेरियल व अन्य सामान का जुगाड़ करेगी. साथ ही विभाग और कंपनी के बीच करारनामा होगा. कंपनी 230.70 करोड़ की लागत से बाइपास बनायेगी.
बता दें कि 14 साल बाद 16.73 किमी लंबे बाइपास निर्माण का रास्ता साफ हुआ है. इससे पहले बाइपास निर्माण के लिए तीन बार टेंडर हुआ, पर मामला बन नहीं पाया. चौथे प्रयास में एनएच विभाग को सफलता मिली. हर बार किसी न किसी कारण टेंडर रद्द करना पड़ रहा था. पिछले साल जुलाई में जब टेंडर हुआ, तो अवंतिका और जीआर इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी की आपसी लड़ाई में मामला कोर्ट में चला गया. सितंबर में कोर्ट से निर्णय आने के बाद लगातार कई बार टेंडर निकाला गया, फिर भी बाइपास निर्माण का रास्ता साफ नहीं हो सका था. इस बार पूरी तैयारी के साथ टेंडर निकाला गया, जो जीआर इंफ्रास्ट्रक्चर के खाते में गया. जीआर इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी का बिड रेट अन्य दो कंपनियां अशोका और चड्डा एंड चड्डा से कम था. इससे उनके नाम फाइनेंसियल बिड खुला.
बाइपास एक नजर में
बाइपास : जीरोमाइल से दोगच्छी तक
लंबाई : 16.73 किमी
लागत : 230.70 करोड़
मेजर ब्रिज-1 : चंपानाला पर
माइनर ब्रिज : 01
फ्लाइओवर ब्रिज : जीरोमाइल के पास
रेलवे ओवर ब्रिज-1 : भागलपुर-पटना रेलखंड पर
रेलवे ओवर ब्रिज-2 : भागलपुर-हावड़ा रेलखंड पर
रेलवे ओवर ब्रिज-3 : भागलपुर-मंदारहिल रेलखंड पर
बाइपास निर्माण से कई गांवों की बदल जायेगी सूरत
230.70 करोड़ से बनने वाली बाइपास से शहर की न केवल सूरत बदल जायेगी, बल्कि दक्षिणी हिस्से में बसे गांवों में शहर जैसी रवानगी आ जायेगी. बाइपास का निर्माण जीरोमलाइल से दोगच्छी के बीच 16.73 किमी लंबी होगी. यानी, बाइपास और शहर के बीच के कई गांव शहर में बदल जायेंगे. शहर के अंदरूनी सड़कों से यातायात का दबाव कम हो जायेगा.
40 करोड़ से बनेगी फुट ओवर ब्रिज
बाइपास का निर्माण कार्य जीरोमाइल में फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) से होगा. यह जीरोमाइल चौक पर बनेगा. यह एफओबी विक्रमशिला पुल से गोपालपुर की तरफ बनेगा और 74 मीटर लंबी और 12 मीटर चौड़ी होगी. इसमें 5 मीटर फुटपाथ और 7 मीटर सड़क रहेगी. इसकी लागत लगभग 40 करोड़ आयेगी.
200 फीट चौड़ी जमीन पर सात मीटर चौड़ी टू-लेन की बनेगी सड़क
बाइपास की सड़क के लिए 200 फीट चौड़ी जमीन अधिग्रहीत की गयी है. इस पर सात मीटर चौड़ी सड़क बनेगी. सड़क टू-लेन की होगी. जिच्छो दुर्गा मंदिर के पीछे से बाइपास सीधे गोराडीह सड़क पार करते हुए चौधरीडीह कोईली गांव के समीप जायेगी.
केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रलय से फाइनांसियल बिड की फाइल को स्वीकृति मिल गयी है. वर्क ऑर्डर भी हो गया है. जीआर इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड बाइपास को सितंबर से बनाना शुरू करेगी. इस बीच कंपनी की ओर से प्लांट लगाने से लेकर मेटेरियल जुगाड़ की जायेगी.
प्रेमचंद राय , अधीक्षण अभियंता
राष्ट्रीय उच्च पथ अंचल, भागलपुर
इन गांवों से होकर गुजरेगा बाइपास
बाइपास जीरोमाइल से शुरू हो गोपालपुर गांव सहित धनकर, जिच्छो, कोढ़ा, चौधरीडीह, अलीगंज के बाहरी इलाका, दाउदवाट, भतौडिया, बिहारीपुर आदि गांव होते हुए यह दोगच्छी में जाकर एनएच 80 से मिलेगी. इस रास्त के अन्य दर्जनों गांव सीधे बाइपास से जुड़ जायेंगे.