ठप हो सकती है भागलपुर कहलगांव के बीच रेल सेवा

एकचारी-घोघा के बीच रेल पुल के गार्डवाल में दरार कहलगांव/भागलपुर : एकचारी व घोघा के बीच गेरुआ रेल पुल नंबर 133 के गार्डवाल में दरार आ गयी है. इससे इस रेल पुल पर खतरा मंडराने लगा है. हालांकि रेलवे द्वारा मिट्टी भराई व बोल्डर पिचिंग करा गार्डवाल की दरार को सीमेंट व बालू से भरने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 28, 2015 6:42 AM
एकचारी-घोघा के बीच रेल पुल के गार्डवाल में दरार
कहलगांव/भागलपुर : एकचारी व घोघा के बीच गेरुआ रेल पुल नंबर 133 के गार्डवाल में दरार आ गयी है. इससे इस रेल पुल पर खतरा मंडराने लगा है. हालांकि रेलवे द्वारा मिट्टी भराई व बोल्डर पिचिंग करा गार्डवाल की दरार को सीमेंट व बालू से भरने का काम कराया जा रहा है, पर जानकार कहते हैं कि खतरा बरकरार है.
दूसरी ओर रेलवे सूत्रों के अनुसार लाइन दोहरीकरण के काम के लिए बंगाल की जेपीटी कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा पुल के बगल में पाइलिंग के लिए गार्डवाल के बगल में मिट्टी कटवायी गयी थी. पर बरसात से पहले इसमें मिट्टी नहीं भरवाया गया.
इस कारण कुछ दिन पूर्व हुई वर्षा व गंगा के जलस्तर में वृद्धि के कारण एकचारी की ओर पटरी से एक मीटर की दूरी पर ढाल की मिट्टी में दरार आ गयी. उस दरार में वर्षा का पानी जाने और पुल के नीचे गंगा का पानी जमा होने से ईंट का गार्डवाल फट गया.
इसका कुछ भाग टूट कर गिर भी गया. टूटे हुए भाग के पास कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा मिट्टी भरी बोरियां भी लगायी जा रही हैं. सोमवार को गेरुआ रेल पुल पर पीडब्ल्यूआइ के जेइ संतोष कुमार, आइओडब्ल्यू के मिथिलेश कुमार, कंस्ट्रक्शन कंपनी के पवन कुमार चौधरी की मौजूदगी में मिट्टी भरी बोरी डालने का काम हो रहा था.
कमजोर पुल पर सौ किमी की गति से दौड़ रहीं ट्रेनें
जानकारों का कहना है कि लगातार बारिश होने की स्थिति में गेरुआ नदी में पानी का तेज बहाव होगा. उस स्थिति में भरी गयी मिट्टी फिर से कट सकती है और दरार भी फिर से उभर सकती है.
इससे पटरियां धंस सकती हैं. उस स्थिति में इस रूट पर रेल परिचालन ठप भी हो सकता है. पुल की कमजोर हालत को देखते हुए भी गति सीमा नियंत्रित नहीं की गयी है. पुल पर 100 किलोमीटर की गति से ट्रेनें गुजर रही हैं, जो दुर्घटना को दावत दे रही है.

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