हृदय रोगियों की धड़कन बनेगा टीएनबी

भागलपुर : टीएनबी कॉलेज ने स्टेम सेल रिसर्च लेबोरेटरी की स्थापना के लिए प्रस्ताव तैयार किया है. राज्य सरकार को प्रस्ताव भेज कर फंड मांगा जायेगा. फंड मिलने के बाद लेबोरेटरी की स्थापना की जायेगी. लेबोरेटरी में शरीर के विभिन्न अंगों को विकसित करने का काम किया जायेगा, जिसमें दिल (हर्ट) भी शामिल होगा. लेबोरेटरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 31, 2015 8:42 AM
भागलपुर : टीएनबी कॉलेज ने स्टेम सेल रिसर्च लेबोरेटरी की स्थापना के लिए प्रस्ताव तैयार किया है. राज्य सरकार को प्रस्ताव भेज कर फंड मांगा जायेगा. फंड मिलने के बाद लेबोरेटरी की स्थापना की जायेगी. लेबोरेटरी में शरीर के विभिन्न अंगों को विकसित करने का काम किया जायेगा, जिसमें दिल (हर्ट) भी शामिल होगा. लेबोरेटरी के निर्माण में शुरुआती समय में पांच करोड़ की लागत आंकी गयी है. इसमें विभिन्न अंगों की अलग-अलग शाखाएं होंगी.
लेबोरेटरी की स्थापना होने से अंग प्रत्यारोपण करनेवाले अस्पताल शहर में खुलने लगेंगे. इसके साथ-साथ कई अस्पताल अंग प्रत्यारोपण की व्यवस्था करेंगे. अंग प्रत्यारोपण के लिए लेबोरेटरी से अस्पताल तक अंग पहुंचाने का समय निर्धारित होता है. जानकार मानते हैं कि लेबोरेटरी खुलने से भागलपुर में हवाई सेवा बहाल करना सरकार के लिए आवश्यक हो जायेगा.
लेबोरेटरी से क्या होगा लाभ : स्टेम सेल लेबोरेटरी में मानव शरीर के विभिन्न अंगों को विकसित किया जायेगा. किसी अंग से पीड़ित मरीजों की जरूरत लेबोरेटरी से पूरी होगी.
स्टेम सेल को हिंदी में मातृ कोशिका कहते हैं. जीवों में पाया जानेवाला ऐसा सेल, जो निरंतर विभाजित होते रहते हैं. इनमें अनेक प्रकार की कोशिकाओं, उत्तकों व अंगों को विकसित करने की क्षमता होती है. मसलन स्टेम सेल से दिल, लीवर, किडनी आदि अंगों को विकसित करने की क्षमता होती है.
यह दो प्रकार का होता है. पहला टोटीपोटेंट, इसमें इसमें शरीर के सभी अंगों को बनाने की क्षमता होती है. इससे एक बच्चे को जन्म दिया जा सकता है, जिसे हम टेस्ट ट्यूब बेबी के नाम से जानते हैं. स्टेम सेल का दूसरा प्रकार क्लूरी या मल्टीपोटेंट है. इससे खास किस्म की कोशिकाओं और उत्तकों को बनाया जा सकता है.

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