तीन घंटे का सफर 10 घंटे में

भागलपुर : भागलपुर से हंसडीहा तक जाना हो, तो खाना-पीना साथ लेकर घर से निकलना पड़ेगा. इस सड़क की स्थिति यह है कि रास्ते में कहीं भी फंस सकते हैं और आपका तीन घंटे का सफर 10 घंटे बाद भी पूरी नहीं हो सकेगा. जगदीशपुर के बाद से हंसडीहा तक इस सड़क पर प्रत्येक किलोमीटर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 3, 2015 9:01 AM

भागलपुर : भागलपुर से हंसडीहा तक जाना हो, तो खाना-पीना साथ लेकर घर से निकलना पड़ेगा. इस सड़क की स्थिति यह है कि रास्ते में कहीं भी फंस सकते हैं और आपका तीन घंटे का सफर 10 घंटे बाद भी पूरी नहीं हो सकेगा. जगदीशपुर के बाद से हंसडीहा तक इस सड़क पर प्रत्येक किलोमीटर पर 10 से अधिक विशाल गड्ढे हैं. इन गड्ढों में फंस कर गाड़ियां खराब हो रही हैं. उनके पार्ट-पुज्रे टूट रहे हैं और उनके पलटने का भी खतरा बना रहता है. गड्ढों के कारण इस मार्ग पर अक्सर जाम रहने लगा है. हालांकि श्रवणी मेला को लेकर आपातकालीन मरम्मत करायी जा रही है, मगर निर्धारित राशि का 50 फीसदी खर्च होने के बावजूद बिहार-झारखंड को जोड़नेवाली इस सड़क (भागलपुर से हंसडीहा जाने वाली स्टेट हाइवे-19) की सूरत नहीं बदल सकी है.

बता दें कि इस सड़क की आपातकालीन मरम्मत पर 50 लाख रुपये खर्च होंगे. मरम्मत का काम बाराहाट के ठेकेदार दीपक चौधरी को सौंपा गया है. मगर, विशाल गड्ढों को भर कर बेहतर सड़क तैयार कराने में विभागीय अभियंता ठेकेदार पर दबाव नहीं बना पा रहे हैं.

बाबा धाम पहुंचना हो रहा कठिन. भागलपुर-हंसडीहा स्टेट हाइवे-19 की स्थिति काफी जर्जर है. सावन से पहले इसे दुरुस्त नहीं कराया गया. इसका खामियाजा कांवरियों को भुगतना पड़ रहा है. खस्ताहाल सड़क के कारण कांवरियों के लिए बाबा धाम और बाबा बासुकीनाथ धाम पहुंचना कठिन हो रहा है. सबसे अधिक परेशानी डाक बम को हो रही है.

सिंगल टेंडर के पेच में फंस सकता है सड़क निर्माण. आपातकालीन मरम्मत के बाद भागलपुर-हंसडीहा सड़क के नये सिरे से निर्माण की योजना है. इस पर 48.48 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. इसके लिए टेंडर निकाला गया है. लेकिन टेक्निकल बिड में टेंडर डालनेवाली एक ही कंपनी कटिहार की टॉप लाइन है. इस कारण इस सड़क का निर्माण सिंगल टेंडर के पेच में फंस सकता है. टेक्निकल बिड के बाद बैंक गारंटी की जांच चल रही है.

कहते हैं कार्यपालक अभियंता. पथ निर्माण विभाग पथ प्रमंडल, धोरैया के कार्यपालक अभियंता सिद्धेश्वर प्रसाद सिन्हा ने बताया कि भेलजोर से रजौन तक विशाल गड्ढों को भर दिया गया है. अबतक ठेकेदार ने 25 लाख रुपये खर्च किया है. निर्धारित समय में 10 दिन बाकी है. इस दौरान गड्ढों को भर लिया जायेगा. जबतक बड़ा टेंडर फाइनल नहीं हो जाता है, तब तक इस ठेकेदार से सड़क का मेंटेनेंस कराया जायेगा.

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