बेटी का इलाज कराने आयी थी महिला, गार्ड ने किया दुष्कर्म

भागलपुर : एक साल की बेटी का इलाज कराने जेएलएनएमसीएच आयी रानी तालाब की एक महिला के साथ अस्पताल के गार्ड बनारसी यादव ने दुष्कर्म किया. महिला ने बरारी थाना में मामले की प्राथमिकी दर्ज करायी है. महिला ने बताया कि बुधवार की रात गार्ड ने उसके साथ दुष्कर्म किया था. प्राथमिकी दर्ज होने के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 3, 2015 9:06 AM

भागलपुर : एक साल की बेटी का इलाज कराने जेएलएनएमसीएच आयी रानी तालाब की एक महिला के साथ अस्पताल के गार्ड बनारसी यादव ने दुष्कर्म किया. महिला ने बरारी थाना में मामले की प्राथमिकी दर्ज करायी है. महिला ने बताया कि बुधवार की रात गार्ड ने उसके साथ दुष्कर्म किया था. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद गार्ड को हिरासत में ले लिया गया है. महिला थाना प्रभारी ज्ञान भारती ने महिला का बयान दर्ज कर लिया है. सदर अस्पताल में महिला का मेडिकल करा दिया गया है.

कई बार किया था साड़ी खींचने का प्रयास
महिला का कहना है कि गार्ड बनारसी यादव कई दिनों से उसका पीछा कर रहा था. उसने बताया कि जेएलएनएमसीएच में जब वह बाथरूम जाती थी तो गार्ड भी उसके पीछे वहां चला जाता था. कई बार उसने उसकी साड़ी भी खींचने का प्रयास किया. जब गार्ड सफल नहीं हो पाया तो बुधवार की रात महिला को बेहोशी का इंजेक्शन देकर उसके साथ चाइल्ड वार्ड में ही दुष्कर्म किया. महिला ने बताया कि दुष्कर्म करने के बाद सुबह उस गार्ड ने महिला को धमकाया कि अगर वह किसी के पास इसकी चर्चा करेगी तो वह उसकी बच्ची को मार देगा. इसलिए उसने चार दिन तक प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी. दो दिनों से महिला के पेट में दर्द होने के बाद पति को उसने सच्चई बतायी. उसके बाद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. गार्ड बनारसी यादव गोड्डा जिले का रहनेवाला है.
पांच हजार लो, मामला रफा-दफा करो
महिला के पति ने बताया कि अस्पताल के एक गार्ड के साथ यूनिफॉर्म में ही आया एक व्यक्ति उसे पांच हजार लेकर मामला रफा-दफा करने को कह रहा था. महिला के पति ने मामले को दबाने से साफ मना कर दिया.
पति ने कहा : डेढ़ महीने से बेटी का करा रहे थे इलाज
महिला के पति ने बताया कि वह पिछले डेढ़ महीने से एक साल की बेटी का इलाज मायागंज में करा रहा था. बेटी को लगातार बुखार आ रहा था. उसने बताया कि वह भी ज्यादातर समय अस्पताल में ही रहता है. पर बेहोश किये जाने की वजह से उसकी पत्नी को कुछ पता नहीं चल सका.

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