जमीनी हकीकत देख हैरान हुए बीडीओ, मिले कई घपले
बुधवार को नाथ नगर ब्लॉक के विश्नरामपुर गांव में जांच करने पहुंचे बीडीओ नाथनगर उपेंद्र दास जब जमीनी हकीकत से रूबरू हुए, तो हैरान रह गये. मुआयना के बाद ग्रामीणों से पूछताछ करते हुए बीडीओ ने कहा कि वो कागजात की जांच करेंगे और कार्रवाई होगी. पूरी पुलिया ही मिली गायब विशनरामपुर गांव के मनोज […]
बुधवार को नाथ नगर ब्लॉक के विश्नरामपुर गांव में जांच करने पहुंचे बीडीओ नाथनगर उपेंद्र दास जब जमीनी हकीकत से रूबरू हुए, तो हैरान रह गये. मुआयना के बाद ग्रामीणों से पूछताछ करते हुए बीडीओ ने कहा कि वो कागजात की जांच करेंगे और कार्रवाई होगी.
पूरी पुलिया ही मिली गायब
विशनरामपुर गांव के मनोज सिंह के घर के सामने कागजों में वर्ष 2011-12 में मनरेगा से 4.74 लाख की लागत पुलिया का निर्माण किया जा चुका है, जिसके निमित्त धन भी स्वीकृत हो चुका है. बीडीओ की पड़ताल में उक्त स्थान से कागजों में निर्मित उक्त पुलिया गायब मिली.
पोखर खोदाई में सवा नौ लाख गुम
मनरेगा के तहत वर्ष 2012 में विश्नरामपुर पंचायत स्थित शिव मंदिर के पास पोखर की खुदाई व ईंट सोलिंग का काम करीब 9.98 लाख की लागत से होनी थी. इस काम के लिए भी जिम्मेदारों ने 9.30 लाख रुपये निकाल लिया. पड़ताल में ईट सोलिंग का कुछ पता नहीं चला.
जो मिट्टी वहां थी वह भी गायब मिली. इस पर जिम्मेदारों ने तर्क दिया कि मिट्टी बारिश में बह गयी. मनरेगा के तहत कराये गये इस कार्य में उन लोगों से कार्य कराया गया, जो हैसियत वाले हैं या फिर प्रदेश से बाहर क माने गये हैं. सुशील तांती पुत्र महेंद्र तांती व विनोद तांती पुत्र मेतल तांती राजकोट में मजदूरी करने गये हैं और दो ट्रैक्टर व 10 बीघा जमीन का मालिक राजेंद्र शर्मा पुत्र तेतर शर्मा ने भी इसमें मजदूरी कर लिया.
राजेंद्र ने तो मोबाइल पर बात करके उक्त योजना में मजदूरी करने की बात से ही इनकार कर दिया. मनरेगा रजिस्टर में तो इस काम में गांव के ही 80 वर्षीय सत्य नारायण ने भी मजदूरी कर चुके हैं, जबकि जांच के दौरान इन्होंने मजदूरी न करने की बात कहीं.
मिट्टी भराई व ईंट सोलिंग के नाम पर मिट्टी डाल गये
विश्नरामपुर गांव के विभाष सिंह के घर के पास से 4.98 लाख की लागत से तीन मार्ग पर मिट्टी भराई व ईंट सोलिंग का काम मनरेगा के तहत वर्ष 2011-12 में कराया जा चुका है. इसकी तहकीकात बयां कर रहे विभाष सिंह ने जांच कर रहे बीडीओ को बताया कि उक्त स्थान पर काम के नाम पर सिर्फ 35 ट्रेलर मिट्टी ही डाली गयी है.