बस स्टैंड से विवाहिता बच्चे के साथ लापता
परबत्ती की रूपा ससुराल जाने के लिए भाई के साथ घर से निकली थीं भागलपुर : परबत्ती की शादीशुदा महिला रूपा (22) चार अगस्त से लापता है. असरगंज स्थित अपने ससुराल जाने के क्रम में वह बस स्टैंड के पास से लापता हो गयी. एक साल की बेटी रीशु रूपा के साथ है, जबकि तीन […]
परबत्ती की रूपा ससुराल जाने के लिए भाई के साथ घर से निकली थीं
भागलपुर : परबत्ती की शादीशुदा महिला रूपा (22) चार अगस्त से लापता है. असरगंज स्थित अपने ससुराल जाने के क्रम में वह बस स्टैंड के पास से लापता हो गयी. एक साल की बेटी रीशु रूपा के साथ है, जबकि तीन साल की बड़ी बेटी साक्षी मायके में ही है. रूपा के परिजनों ने कोतवाली थाना में रिपोर्ट दर्ज करायी है.
क्या हुआ था उस दिन. रूपा को ससुराल ले जाने उसके ससुर गणोश यादव आये थे. चार अगस्त को गणोश यादव अपनी बहू और पोतियों को लेकर परवत्ती से चले. रूपा के साथ उसका भाई सन्नी भी उसे छोड़ने आया था. रूपा के ससुर स्टेशन के पास ऑटो से उतर कर सेव खरीदने लगे.
इसी बीच रूपा ने अपने भाई सन्नी से कहा कि वह उसके ससुर को साथ लेकर बस स्टैंड आये. यह कह कर रूपा बस स्टैंड चली गयी. थोड़ी देर बाद जब सन्नी और रूपा के ससुर स्टैंड पहुंचे तो रूपा वहां नहीं थी.
उन दोनों ने रूपा को खोजने की पूरी कोशिश की, लेकिन कामयाबी नहीं मिली. रूपा अपनी छोटी बेटी साल की रिशु (1) को साथ लेकर गयी, जबकि उसकी तीन साल की बेटी साक्षी सन्नी के पास थी.
रूपा ने कहा, वह जालंधर जायेगी
रूपा के घर वालों ने बताया कि बुधवार की शाम 4.30 बजे एक अंजान नंबर (8146718374) से कॉल आया. रूपा ने घर वालों को बताया कि वह बहुत दूर निकल चुकी है, इसलिए वह वापस नहीं आ पायेगी.
फिर एक लड़के ने भी रूपा के घर वालों से बात की और कहा कि वह रूपा को देवरिया के पास उतार देगा. कुछ देर के बाद वह नंबर स्विच ऑफ बताने लगा. पड़ताल करने पर पता चला कि वह नंबर बिहार के सहरसा जिले के अशलम का नंबर था.
अशलम जनसेवा एक्सप्रेस से सफर कर रहा था और उसी ट्रेन में रूपा भी थी. अशलम ने प्रभात खबर को बताया कि अकेली महिला को एक छोटी बच्ची के साथ देख कर उसने अपने मोबाइल से उसे कॉल करने दे दिया. अशलम ने बताया कि जब उसने रूपा से पूछा कि वह कहां जाना चाहती है कि तो उसने जालंधर जाने के बारे में बताया.
रूपा ने बताया कि जालंधर में उसका कोई संबंधी रहता है. उसके बाद अशलम अंबाला उतर गया, जहां से उसे भटिंडा जाना था. उसके बाद रूपा कहां है इसकी किसी को खबर नहीं.