दो लाख भेज दो,नहीं तो मार देंगे गोली

सबौर : सबौर दियारा क्षेत्र में बरारी से शंकरपुर तक अपराधियों का राज कायम है. कुख्यात अपराधी घटना को अंजाम दे रहे हैं, लेकिन पुलिस अंकुश नहीं लगा पा रही है. पुलिस का काम लाश को उठवा पोस्टमार्टम के लिए भेजना और मामला दर्ज करना भर रह गया है. सबौर लैलख का आतंक जुगवा मंडल, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 13, 2015 8:08 AM
सबौर : सबौर दियारा क्षेत्र में बरारी से शंकरपुर तक अपराधियों का राज कायम है. कुख्यात अपराधी घटना को अंजाम दे रहे हैं, लेकिन पुलिस अंकुश नहीं लगा पा रही है. पुलिस का काम लाश को उठवा पोस्टमार्टम के लिए भेजना और मामला दर्ज करना भर रह गया है. सबौर लैलख का आतंक जुगवा मंडल, ममलखा का कुख्यात टैरा मंडल, फरका का चंदन टाइगर,चंधेरी का क्रांति यादव, राजपुर का मुसर्रफ मियां जैसे अपराधी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं.
सबौर में हत्या, अपहरण, दुष्कर्म की घटनाओं में इजाफा हो रहा है.गत रविवार की शाम ममलखा गांव में मसाढ़ू के दिलीप मास्टर की चिता की आग ठंडी भी नहीं हुई कि बेखौफ अपराधियों ने शंकरपुर के मुखिया नारद मंडल से दो लाख की रंगदारी की मांग कर दी है. मुखिया का परिवार चार दिन से दहशत में जी रहा है. लचर पुलिसिंग से कोई फायदा नहीं सोच प्राथमिकी भी दर्ज नहीं करा रहे हैं.
जुगवा बन गया है नक्सली. लैलख का कुख्यात जुगवा मंडल आज भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है. लैलख व उसके आस पास के गांवों में आज भी जुगवा दहशत है. क्या मजाल जो जुगवा के मिलने जुलने वाले लोगों से कोई मुंह भी लगा ले.
लैलख के ग्रामीणों के अनुसार जुगवा इस समय झारखंड दुमका में नक्सली गिरोह के साथ काम कर रहा है. उनके गुर्गे लैलख से बरियारपुर व उसके आस पास के दियारा में रहते हैं. गुर्गे की सूचना पर वह ग्रामीणों व पुलिस की हर गतिविधि पर नजर रखता है.

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