भ्रमरपुर दुर्गा मंदिर में श्रद्धालुओं की पूरी होती है मनोकामना
भ्रमरपुर दुर्गा मंदिर में श्रद्धालुओं की पूरी होती है मनोकामना – मां भगवती की भक्ति में डूब गया है पूरा गांव – फोटो भी है राजीव कुमार रंजन, नारायणपुर नारायणपुर प्रखंड स्थित प्रसिद्ध सिद्ध पीठ भ्रमरपुर दुर्गा स्थान के बारे में लोगों की धारणा है कि यहां पर लाेगों की हर नेक मनोकामना मां भगवती […]
भ्रमरपुर दुर्गा मंदिर में श्रद्धालुओं की पूरी होती है मनोकामना – मां भगवती की भक्ति में डूब गया है पूरा गांव – फोटो भी है राजीव कुमार रंजन, नारायणपुर नारायणपुर प्रखंड स्थित प्रसिद्ध सिद्ध पीठ भ्रमरपुर दुर्गा स्थान के बारे में लोगों की धारणा है कि यहां पर लाेगों की हर नेक मनोकामना मां भगवती पूर्ण करती है. यही कारण है कि मां का वैभव दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ रही है. दूर दराज के लोग इन दिनों इस मंदिर में आ कर अपनी हाजिरी दे रहे हैं, तो भ्रमरपुर गांव के बाहर रहने वाले लोग भी गांव आ चुके हैं. इस मंदिर का इतिहास करीब दो सौ वर्ष पुराना है. मंदिर के बारे में कई तरह की किवदंती प्रचलित है. कहा जाता है कि यहां की मां भगवती दशहरे में प्रत्येक दिन नगर भ्रमण को जाती है. भ्रमरपुर गांव नवगछिया अनुमंडल के समृद्ध गांवों में एक है. यहां लोगों का मानना है कि भगवती दुर्गा के आशीर्वाद से ही इस गांव की समृद्धि दिन-रात बढ़ रही है. नवरात्र की पहली मां शैलपुत्री की पूजा के बाद से ही यहां बली शुरू हो जाती है. पूजा समिति के सदस्य सदस्य सरपंच दिनेश चंद्र झा ने कहा कि शारदीय नवरात्र में एक पूजा से ही यहां दिन में भगवती की पूजा वैदिक विधि विधान से होती है, तो शाम में संध्या आरती लोगों के आकर्षण के केंद्र रहता है. पुरोहित छोटू गोस्वामी ने कहा कि दशहरा में मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया, पूर्णिया, कटिहार, बांका, नवगछिया, भागलपुर से बलि देने हजारों की संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं. मेला समिति के अध्यक्ष दीपक झा, सौरभ कुमार उर्फ झुन्ना ने कहा कि मंदिर में जो सच्चे मन से आराधना करता है, उसकी मनोकामना जरूर पूर्ण होती है. मेला समिति के सदस्य नवनीत झा ने कहा कि दुर्गा पूजा के अवसर पर कौवा हंकनी का आयोजन पहली पूजा से ही शुरू हो जाती है, जो कि मूर्ति विसर्जन के बाद भी जारी रहती है.