मौलाना निजामुद्दीन साहब के निधन से उलेमाओं में शोक

मौलाना निजामुद्दीन साहब के निधन से उलेमाओं में शोक संवाददाता, भागलपुरइमारत-ए-शरिया के अमीर-ए-शरियत हजरत मौलाना सैयद निजामुद्दीन साहब के निधन से भागलपुर जिले के उलमा-ए-दीन शाेक में डूबे हैं. उनकी याद में मदरसों में ताजियत के प्रोग्राम आयोजित किये गये. खानकाह-ए-पीर दमड़िया के सज्जादानशीन सैयद शाह हसन मानी के नेतृत्व में ताजियती प्रोग्राम हुए. मौके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 18, 2015 8:38 PM

मौलाना निजामुद्दीन साहब के निधन से उलेमाओं में शोक संवाददाता, भागलपुरइमारत-ए-शरिया के अमीर-ए-शरियत हजरत मौलाना सैयद निजामुद्दीन साहब के निधन से भागलपुर जिले के उलमा-ए-दीन शाेक में डूबे हैं. उनकी याद में मदरसों में ताजियत के प्रोग्राम आयोजित किये गये. खानकाह-ए-पीर दमड़िया के सज्जादानशीन सैयद शाह हसन मानी के नेतृत्व में ताजियती प्रोग्राम हुए. मौके पर उन्होंने कहा कि मौलाना निजामुद्दीन साहब हुस्न अखलाक से लोगों से पेश आते थे. दीन-ए- इसलाम के साथ-साथ लोगों की भलाई के लिए भी काम करते थे. उनके नहीं रहने से दीन-ए-इसलाम को बड़ा नुकसान हुआ है.उनकी कमी हमेशा इमारत-ए-शरिया के साथ-साथ उलेमा-ए-दीन को भी खलेगी. जिला सुन्नी उलेमा काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना गुलाम सिमनानी अशरफी ने कहा कि मौलाना निजामुद्दीन साहब राज्य ही नहीं देश भर में लोकप्रिय थे. उनकी कलमों से कई ऐसे मामलों में फैसला हुए है, जो ईमानदारी बयां करती है. एक अनुभवी आलिम थे. उनके निधन से जिले के उलेमा-ए-दीन में गम का माहौल है. मौलाना साहब के निधन से उलेमाओं को बड़ी क्षति हुई है.

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