करोड़ों खर्च कर सुंदर बनाया, भुला दिया रखरखाव
करोड़ों खर्च कर सुंदर बनाया, भुला दिया रखरखाव इंट्रो :जिनके हाथों में नगर के विकास की बागडोर है, वे विकास कर रहे हैं. शहर के कई सार्वजनिक स्थलों को नगर निगम ने गुलजार बनाने की कोशिश की. लेकिन नगर विकास विभाग की योजना अंतर्गत करोड़ों की लागत से शहर व घाटों के सौंदर्यीकरण की वर्तमान […]
करोड़ों खर्च कर सुंदर बनाया, भुला दिया रखरखाव इंट्रो :जिनके हाथों में नगर के विकास की बागडोर है, वे विकास कर रहे हैं. शहर के कई सार्वजनिक स्थलों को नगर निगम ने गुलजार बनाने की कोशिश की. लेकिन नगर विकास विभाग की योजना अंतर्गत करोड़ों की लागत से शहर व घाटों के सौंदर्यीकरण की वर्तमान स्थिति ठीक नहीं है. इसके रखरखाव के लिए निगम द्वारा कोई पहल नहीं की जा रही है. स्थिति यह है कि पांच साल पूरे भी नहीं हुए सुंदर घाट व पार्क बदसूरत दिखने लगा है. लेकिन निर्माण कार्य पूरा करने के बाद निगम प्रशासन दोबारा देखने नहीं गया कि उन स्थानों की क्या स्थिति हो गयी है. आज स्थिति यह है कि कहीं सार्वजनिक स्थानों पर लोग अपने-अपने पशु बांधने लगे हैं, कहीं सीढ़ियां व रास्ते टूट-फूट गये हैं, तो कहीं जाने से लोग कतराते हैं. लाजपत पार्क, बूढ़ानाथ मंदिर के समीप पार्क, चिल्ड्रेन पार्क, एसएम कॉलेज घाट, विसर्जन घाट, सीढ़ी घाट, पुल घाट की क्या स्थिति है, इसकी वर्तमान स्थिति की पड़ताल प्रभात खबर के संवाददाता कर रहे हैं. आज पढ़िये लाजपत पार्क की स्थिति.——————————————————–50 लाख खर्च, उखड़ने लगे टाइल्स -फोटो : विद्यासागर -प्रभात पड़ताल-1ललित किशोर मिश्र, भागलपुर शहर के बुजुर्गों, बच्चों, युवाओं के सुबह-शाम की सैर के लिए लाजपत पार्क मैदान माकूल स्थल है. नगर निगम द्वारा पिछड़ा क्षेत्र विकास अनुुदान मद से इस पार्क के सौंदर्यीकरण के लिए लगभग 51 लाख की राशि से सीटींग बेंच, टहलने के लिए पार्क, छतरी, शौचालय, मुख्य गेट में टाइल्स, कार पॉर्किग के लिए लाेहे की बेरीकेडिंग लगाने का कार्य किया गया था. इस निर्माण कार्य का शिलान्यास 15 मार्च 2012 को हुआ था. यह बन कर तैयार हुआ, लेकिन निगम के द्वारा सही तरीके से रखरखाव नहीं करने के कारण इसकी स्थिति ठीक नहीं है.कार पार्किंग की जगह बांधे जाते हैं पशुतीन साल में ही इस पार्क की स्थिति नारकीय हो गयी है़ जिस पार्किंग स्थल पर कार व मोटरसाइकिल लगनी चाहिए, वहां गाय बंधी नजर जाती है और खाली स्थानों पर गाय-भैंस का गोबर नजर आता है. पार्क के भीतर की स्थिति भी ठीक नहीं है़ पार्क में टहलने वाले लोगों के बैठने के लिए बने बेंच भी टूटने लगे हैं. मैदान में सीढ़ीनुमा बैठने की जगह पर लगे टाइल्स भी टूट चुके हैं. मुख्य द्वार पर लगे टाइल्स भी उखड़ चुके हैं. शौचालय गंदा, टहलनेे वाले जाने से भी कतराते टहलने वाले लोगों के लिए बनाये गये शौचालय और यूरिनल काफी गंदा है. लोग इसमें जाने से कतराते हैं. इसकी सफाई भी निगम द्वारा नहीं करायी जाती. इसकी देखभाल के लिए कोई केयरटेकर नहीं हैं. शौचालय के दरवाजे खुले रहते हैं. सुरक्षित व साफ रखने के लिए ताला भी नहीं लगाया जाता है. कुछ महीना पहले स्थानीय लोगों ने पार्क के रखरखाव के लिए निगम से अनुरोध किया था. फिर मुख्य गेट पर तो ताला लगाया गया. लेकिन छोटे गेट से पशु प्रवेश कर जाते हैं. मैदान में रखे कूड़ादान उपलब्ध है. मैदान में बीयर व शराब की बोतल आपको जरूर मिल जायेगी.कोट निगम करेगा उचित रख-रखाव : मेयरमेयर दीपक भुवानियां ने बताया कि लाजपत पार्क के सौंदर्यीकरण कार्य का उचित रखरखाव किया जायेगा. अगर पार्किंग स्थल पर गायों को बांधा जा रहा है, तो उसे हटवाया जायेगा. निगम इस स्थल को गंदा नहीं होने देगा़होगा उचित रख-रखाव : डिप्टी मेयरडिप्टी मेयर डॉ प्रीति शेखर ने बताया कि लाजपत पार्क का उचित रखरखाव किया जायेगा. हर दिन इस पार्क की सफाई होगी़ सुबह शाम ही इस मैदान में लोगों का प्रवेश सिर्फ टहलने के लिए करवाया जायेगा.