नारायण का नाम से ही खुलते हैं मुक्ति के द्वार : व्यासानंद जी
नारायण का नाम से ही खुलते हैं मुक्ति के द्वार : व्यासानंद जी -फोटो भी है बिहपुर. प्रखंड के औलियाबाद हाई स्कूल के प्रांगण में श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिन संत स्वामी व्यासानंद जी महाराज ने कहा कि भगवान के नाम के स्मरण मात्र से प्राणियों के लिए मुक्ति के द्वार खुल जाते हैं. […]
नारायण का नाम से ही खुलते हैं मुक्ति के द्वार : व्यासानंद जी -फोटो भी है बिहपुर. प्रखंड के औलियाबाद हाई स्कूल के प्रांगण में श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिन संत स्वामी व्यासानंद जी महाराज ने कहा कि भगवान के नाम के स्मरण मात्र से प्राणियों के लिए मुक्ति के द्वार खुल जाते हैं. उन्होंने कहा कि अगर कोई पाप कर्म में आकंठ डूबा हुआ हो और अपने कुसंस्कारों से छुटकारा चाहता है तो जहां भी भागवत चरचा हो वहां क्षण भर भी रूक कर भागवत कथा श्रवण करें तो कथा के प्रभाव से अवश्य ही ऐसे प्राणी भवसागर को पार कर सकता है. संत ने कहा कि मनुष्य जिस अंग से अपराध करता है. वहीं अंग असाध्य रोग से पीड़ित हो कर नष्ट हो जाता है और वह जन्म मरण में भटकते रहता है. अत: अंत से पहले ही परमात्मा को जान कर उसके दर्शन कर लेने से लोगों को मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है. कथा श्रवण के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी है. आयोजन मंडल के सदस्य व मुखिया सुनील मिश्र ने कहा कि कथा को सफल बनाने में नवजीवन नवयुवक संघ के युवक व समस्त ग्रामीणों की भागीदारी है.