खुले में शौच सभ्य समाज के लिए अभिशाप
खुले में शौच सभ्य समाज के लिए अभिशाप-आइएमए के हाॅल में 26 अक्तूबर से चल रहा था पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रमसंवाददाता, भागलपुरपीएचइडी(लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग) के तत्वावधान में आइएमए भागलपुर के हॉल में 26 अक्तूबर से चल रहा पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन शुक्रवार को हो गया. प्रशिक्षण के दौरान मौजूद रहे भागलपुर, बांका, […]
खुले में शौच सभ्य समाज के लिए अभिशाप-आइएमए के हाॅल में 26 अक्तूबर से चल रहा था पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रमसंवाददाता, भागलपुरपीएचइडी(लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग) के तत्वावधान में आइएमए भागलपुर के हॉल में 26 अक्तूबर से चल रहा पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन शुक्रवार को हो गया. प्रशिक्षण के दौरान मौजूद रहे भागलपुर, बांका, मुंगेर व जमुई के जिला समन्वयक, प्रखंड समन्वयक व पंचायत पदाधिकारियों को बताया गया कि वे किस तरह से ग्रामीण क्षेत्राें में रहने वाले लोगों को खुले में शौच करने से रोक सकते हैं. इसके लिए ग्रामीण क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाये जाने पर जोर दिया गया. प्रशिक्षण के जरिये गांवों में रहनेवाले लोगों को घर में शौचालय बनाने के लिए प्रेरित किया गया. इस दौरान प्रशिक्षण प्राप्त करनेवाले 60 लोगों को प्रशिक्षण प्रमाणपत्र प्रदान किया गया. विभिन्न पंचायतों के 120 गांवों में खुले में शौच से मुक्त करने संबंधी कार्ययोजना बनायी गयी जिसे 2016 तक पूरा कर लेना है. नाथनगर क्षेत्र के गोंसाईंदासपुर व सुल्तानगंज क्षेत्र के तिलकपुर ग्राम पंचायत में निगरानी समिति गठित की गयी. इसमें 10-10 महिला एवं पुरुषों काे शामिल किया गया है. मुख्य अतिथि डीडीसी अमित कुमार ने कहा कि खुले में शौच सभ्य समाज के लिए अभिशाप है. इस अवसर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी फूल बाबू चौधरी, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी मनोज कुमार, लोक स्वास्थ्य प्रमंडल पश्चिम रंजीत कुमार, डीपीआरओ अमलेंद्र कुमार सिंह व जिला कृषि पदाधिकारी आदि की मौजूदगी रही.