सरस्वती नदी के अवशेषों पर चर्चा

सरस्वती नदी के अवशेषों पर चर्चा-पुरातत्व विभाग की ओर से टीएमबीयू में संगोष्ठी का आयोजनफोटो : आशुतोषसंवाददाता, भागलपुरपुरातत्व विभाग, बिहार एवं तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के संयुक्त तत्वावधान में टिल्हा कोठी में भागलपुर क्षेत्र का पुरातत्व विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. मंगलवार को आयोजित संगोष्ठी में सिंधु […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 3, 2015 8:01 PM

सरस्वती नदी के अवशेषों पर चर्चा-पुरातत्व विभाग की ओर से टीएमबीयू में संगोष्ठी का आयोजनफोटो : आशुतोषसंवाददाता, भागलपुरपुरातत्व विभाग, बिहार एवं तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के संयुक्त तत्वावधान में टिल्हा कोठी में भागलपुर क्षेत्र का पुरातत्व विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. मंगलवार को आयोजित संगोष्ठी में सिंधु घाटी सभ्यता से लेकर लुप्त हो चुकी सरस्वती नदी के अवशेषों पर विस्तार से चर्चा की गयी. संगोष्ठी के पहले सत्र का उद्घाटन टीएमबीयू विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो एके राय ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. विभाग के अध्यक्ष प्रो अरुण कुमार झा ने अतिथियों का स्वागत किया. इस अवसर पर बतौर मुख्य वक्ता भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के पूर्व महानिदेशक डा केएन दीक्षित ने सिंधु घाटी सभ्यता के पूर्वी विस्तार पर प्रकाश डालते हुए सरस्वती नदी के अवशेष पर चर्चा की. उन्होेंने हड़प्पाकालीन सभ्यता पर भी चर्चा की. पुरातत्व विभाग, बिहार के निदेशक डॉ अतुल कुमार वर्मा, तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के अध्यक्ष डॉ बीडी पांडेय, शाह हसन मानी व डॉ विलक्षण रविदास ने भागलपुर क्षेत्र के पुरातत्व विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला. मंच संचालन सतीश कुमार त्यागी व आगतों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन प्रो राजीव कुमार सिन्हा ने किया. तकनीकी सत्र में पढ़े गये सात शोध पत्रसंगोष्ठी का दूसरा सत्र तकनीकी सत्र था. इसमें पटना संग्रहालय के पूर्व निदेशक डॉ उमेश चंद द्विवेदी, पटना संग्रहालय के उप निदेशक डॉ सुजीत कुमार झा, ज्योति चंद शर्मा, शिवशंकर सिंह पारिजात व डॉ बिहारी लाल चौधरी समेत सात लोगों ने शोध पत्र पढ़ा. अतुल कुमार वर्मा ने तिलहरा के उत्खनन पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम में विभाग के कुमार नीरज राजन, खगेश कुमार समेत सभी छात्रों की मौजूदगी रही.

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