विलंब से न्यायालय पहुंची पुलिस

भागलपुर: एसएससी परीक्षा में धोखाधड़ी कर परीक्षा दे रहे मुन्ना भाइयों को सोमवार की रात भी थाना हाजत में ही गुजारनी पड़ी क्योंकि पुलिस उन्हें समय से न्यायालय नहीं ले जा सकी. जब तक उन्हें मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया जाता तब तक देर हो चुकी थी. माननीय दंडाधिकारी अपनी कुरसी से उठ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:37 PM

भागलपुर: एसएससी परीक्षा में धोखाधड़ी कर परीक्षा दे रहे मुन्ना भाइयों को सोमवार की रात भी थाना हाजत में ही गुजारनी पड़ी क्योंकि पुलिस उन्हें समय से न्यायालय नहीं ले जा सकी. जब तक उन्हें मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया जाता तब तक देर हो चुकी थी. माननीय दंडाधिकारी अपनी कुरसी से उठ चुके थे. लाचार व विवश पुलिस ने मुन्ना भाइयों को वापस थाना हाजत में बंद कर दिया. मंगलवार को उन्हें एक बार फिर माननीय के न्यायालय में पेश किया जायेगा, जहां उनके भाग्य का फैसला होगा.

दूसरी ओर मुसलिम कॉलेज में दूसरे के नाम पर परीक्षा दे रहे मुन्ना भाई (श्रवण कुमार) की करतूत ने पुलिस को चौंका कर रख दिया है. वह अंगूठा पर परीक्षार्थी के अंगूठा का स्टीकर चपका कर परीक्षा दे रहा था. इसके बदले उसने 12 हजार रुपये खर्च किये थे. गिरफ्तारी के बाद वह पुलिस को इस संबंध में कुछ भी नहीं बता रहा है कि आखिर उसने कहां और किस जिले में ऐसा करतूत किया.

कौन-कौन से लोग इस धंधे में संलिप्त हैं. श्रवण ने बताया कि वह अपने बड़े भाई को नौकरी दिलाने के लिए यह गुनाह किया है. उसने एक डॉक्टर के माध्यम से अंगूठा पर बड़े भाई के अंगूठा का कोटेड कराया था. बड़े भाई नवनीत कुमार के अंगूठे से उसका निशान मैच कर रहा था, जिससे परीक्षा ले रहे शिक्षक यह न समझ सकें कि वह नवनीत नहीं है. बता दें कि केंद्र पर तैनात दंडाधिकारी डॉ सुबोध कुमार वर्मा ने पुलिस को बताया था कि श्रवण कुमार अंगूठे पर प्लास्टिक सजर्री करा रखी थी.

दूसरी ओर अविनाश कुमार अपने मित्र राम कुमार मिश्र को परीक्षा में सफलता दिलाने के लिए परीक्षा दे रहा था. इसके बदले उसने पांच हजार रुपये लिये थे. तीसरा मुन्ना भाई रोहित कुमार चचेरे भाई अविनाश कुमार के नाम पर परीक्षा दे रहा था. पिंटू कुमार ने बताया कि भाई फूदल कुमार के नाम पर परीक्षा दे रहा था. राहुल कुमार ने बताया कि दोस्त गगन के नाम पर परीक्षा दे रहा था. मारवाड़ी पाठशाला से पकड़े गये राहुल कुमार ने बताया कि चचेरे भाई ललन कुमार को नौकरी मिल जाये.

इसलिए वह गोरखधंधा कर रहा था. वह खुद इलाहाबाद बैंक में कार्यरत है. प्रमोद कुमार ने बताया कि छोटे भाई अमित कुमार के नाम पर परीक्षा दे रहा था. पवन कुमार फोटो बदल कर छोटे भाई यशवंत कुमार के नाम पर परीक्षा दे रहा था. मोहित कुमार अपने दोस्त गुरुदेव पोद्दार को नौकरी दिलाने के लिए यह करतूत कर रहा था. जिला स्कूल में परीक्षा दे रहा किशन कुमार मोबाइल के माध्यम से चोरी कर रहा था.

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